बिजनौर। तमाम उतार-चढ़ाव के साथ साल 2022 बीत गया, आज साल 2023 की पहली सुबह है। नए साल का आगाज नई उम्मीदों के साथ हो रहा है। इस साल 23 योजनाओं के धरातल पर उतरने की उम्मीद है। आइए जानते हैं नए साल में पूरी होने वाली 23 नई उम्मीदों के बारे में…

जिले में दो फोरलेन हाईवे और एक टू लेन हाईवे निर्माण निर्माणाधीन है। हरिद्वार-काशीपुर और मेरठ-पौड़ी फोरलेन हाईवे के इस साल पूरा होने की उम्मीद है। वहीं पानीपत-खटीमा नेशनल हाईवे का हिस्सा बनी बिजनौर कोतवाली रोड का भी निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।

लोनिवि की ओर से जिले की 220 सड़कों की विशेष मरम्मत को प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजे गए हैं। इस साल इन सड़कों के प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही विशेष मरम्मत की जाएगी। खस्ताहाल हो चुकी इन सड़कों की बदहाली दूर होने का रास्ता साफ हो जाएगा।

गंगा नदी पर 62 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण लगभग पूरा कर लिया गया है। इस पुल को सड़क से जोड़ने के लिए पहुंच मार्ग का निर्माण होना बाकी है। साल 2023 में इस पुल को ट्रैफिक के लिए खोला जाना है, जिससे मुजफ्फरनगर और हरिद्वार में भी वाहनों का बोझ कम हो जाएगा।

बालावाली से लेकर रावली तक हर साल खादर मेें बाढ़ और कटान होता है। सालों से दर्जनभर से अधिक गांव के लोग बाढ़ का दंश झेल रहे हैं। बाढ़ नियंत्रण और कटान रोकने के लिए प्रस्तावित योजना को मंजूरी के साथ ही नाबार्ड ने 61 करोड़ रुपया जारी किया है, इस साल तटबंध और अन्य कार्य पूरे कराएं जाने हैं।

कण्व आश्रम को पर्यटन के नक्शे पर लाने के लिए प्रशासन ने खाका तैयार किया है। यहां पर सरोवर बनाए जाने, बांस के वन और जैविक कृषि प्रशिक्षण केंद्र बनाया जाना प्रस्तावित है। इस साल इस योजना को धरातल पर उतार दिए जाने की पूरी उम्मीद है।

स्वाहेड़ी में महात्मा विदुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण चल रहा है। स्वाहेड़ी में 100 एमबीबीएस सीटों की क्षमता वाले मेडिकल कॉलेज की कक्षाएं चलेंगी। जबकि कॉलेज का अस्पताल, जिला अस्पताल में रहेगा, जिसमें इसी वर्ष से प्रवेश किए जाएंगे। साथ ही चिकित्सकों की कमी भी दूर हो जाएगी।

नगर पालिका बिजनौर की सीमा में 13 ग्राम पंचायतों की आबादी को शामिल किया गया है। इस नई आबादी को पालिका के वार्ड में शामिल कर लिया गया है। जिनमें सड़कों, नाले, पेयजल और पथ प्रकाश की व्यवस्था की योजना तैयार की गई है। इस साल इसे अमलीजामा पहनाया जाना है।

राजस्थान की तर्ज पर प्रदेश सरकार ने हेरिटेज होटल बनाने की योजना तैयार की थी। जिसके तहत साहनपुर रियासत, राजा का ताजपुर और स्याऊ स्टेट के पुराने महल को हेरिटेज होटल मेें तब्दील करने के लिए चयन किया गया है। इस साल पर्यटन को बढ़ावा देने और राजशाही ठाट को दिखाने के मकसद से होटल में बदल दिया जाएगा।

बीते साल में पीएसी बटालियन की स्थापना के लिए तमाम कवायद हुई, लेकिन इस साल इसे अमलीजामा पहनाए जाने की पूरी उम्मीद है। वहीं नगीना में एएचटीयू थाने का निर्माण कराया जाना है। साथ ही नई पुलिस लाइन में साइबर थाना बनाने के लिए तैयारी चल रही है। तीन नए थानों के बनने के प्रस्ताव भी इस साल मुहर लग सकती है।

मेरठ-पौड़ी नेशनल हाईवे और पानीपत-खटीमा नेशनल हाईवे को जोड़ने के लिए तीन किमी लंबे बाईपास का निर्माण कराया जाना है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण कर लिया गया है। इस साल इस बाईपास का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।

साल 2023 में शिल्पनगरी नगीना का काष्ठ कला उद्योग और भी तेजी से उड़ान भरेगा। दस करोड़ की लागत से कॉमन फैसिलिटी सेंटर का निर्माण कराया गया है, जिसमें लगने वाली मशीनों का टेंडर भी जारी कर दिया गया। इस साल यह काम करना शुरू कर देगा।

बिजनौर से मेरठ वाया हस्तिनापुर रेल लाइन की मांग दशकों पुरानी है। कई बार सर्वे भी हुआ लेकिन ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब फिर से सर्वे कराने के लिए मंजूरी मिली है। इस साल सर्वे शुरू होने की उम्मीद है। साथ ही रेलवे स्टेशन का भी कायाकल्प होगा।

प्रदेश सरकार पहले ही निजी बसों को अनुबंधित करते हुए रोडवेज में शामिल करने की घोषणा कर चुकी है। जिस पर जिले में कवायद चल रही है। साथ ही निगम से भी 20 नई बसें मिलने की उम्मीद है। बसों का बेड़ा बढ़ते ही सभी मार्गों पर बसों के फेरे भी बढ़ जाएंगे।

गन्ने के साथ औद्यानिक खेती को जैविक विधि से करने को बढ़ावा दिया जाएगा। जैविक विधि से उत्पादित गन्ने का गुड़, सरसों का तेल, चावल आदि विदेशों में निर्यात हुए हैं। इस साल विदेशों में जिले से सब्जियों का निर्यात शुरू होगा।

वर्ष 2023 में बेटियों की शिक्षा पर जोर दिया जाएगा। दूरदराज की छात्राओं की शिक्षा के लिए जनपद के कस्तूरबा गांधी विद्यालय किरतपुर नगर, नजीबाबाद नगर, हीरावाली, अफजलगढ़, गोर्वधनपुर एवं स्याऊ विद्यालय को कक्षा नौ से 12वीं तक अपग्रेड हो रहे हैं। वर्ष 2023 में इनका संचालन शुरू हो जाएगा।

गर्मी में जर्जर तार आए दिन टूटते रहते हैं। नए साल में जर्जर तार बदलने के लिए ऊर्जा निगम इनका एस्टीमेट बना रहा है। ओवरलोडिंग ट्रांसफार्मर को बदला जाएगा। नए बिजलीघर बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। राजस्व वसूली के लिए नए साल में बिजली बिलिंग व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।

वन क्षेत्र में हरिद्वार काशीपुर फोरलेन हाईवे पर भागूवाला और हरिद्वार के बीच वन्य जीवों की आवाजाही के लिए एलिफेंट अंडर पास तैयार किए जाएंगे। करीब पांच किलोमीटर लंबे अंडरपास इस साल बनकर तैयार हो जाएंगे। जिसके बाद हाईवे पर हाथियों के आने से ट्रैफिक नहीं थमेगा।

खेल को बढ़ावा देने के लिहाज से इस साल नेहरूस्टेडियम में विभिन्न खेलों कोच के नियुक्त किए जाएंगे। वहीं इस साल खिलाड़ियों के लिए स्कैटिंग रिंक भी बनकर तैैयार हो जाएगी। टेनिस के लिए सिंथैटिक कोर्ट भी बनाया जाएगा।

शहर में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट चालू है, लेकिन नालों के अलावा घरों से निकलने वाले सीवेज को सीवर लाइन से नहीं जोड़ा गया है, जिसके लिए पीवीआईजी ग्रांट में चयन के लिए प्रयास किया गया था। इस साल बीस हजार कनेक्शन को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा। जिस पर पचास करोड़ लागत आएगी।

बिजनौर पालिका ने शहर के सभी चौराहों और सड़कों को तीसरी नजर की जद में लाने का खाका तैयार किया गया। साल 2023 के जनवरी महीने में ही सीसीटीवी लगाए लिए जाएंगे। जिनका कंट्रोल पालिका में होगा।

जिले के 12 गांव को ईको टूरिज्म में तब्दील किया जाना है। बार्डर से सटे गांव को चिह्नित कर लिया गया है। इसके अलावा बार्डर पर गेट भी बनाए जाने हैं। प्रशासन ने सभी विभागों को इसमें सहयोग करने के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश जारी किए हैं।

जिले में खेती को हाईटेक बनाने के लिए ड्रोन की खरीदारी की योजना है। इस योजना को इस साल धरातल पर उतारा जाएगा। गन्ना समितियों की ओर से ड्रोन खरीदें जाएंगे, जिसे किसान न्यूनतम दरों पर खरीद सकेंगे। ड्रोन से कीटनाशकों और उर्वरक का छिड़काव किया जाएगा।

प्रदेश सरकार ने शहरों की एक एक सड़क को खानपान के नाम करने की घोषणा की थी। इस कवायद में बिजनौर की सिविल लाइन को चटोरी गली के तब्दील करने की कवायद चल रही है। इस योजना को इस साल लागू कर दिया जाएगा।

साल 2023 में अपराधों पर नियंत्रण रहे, इसका भरपूर प्रयास किया जाएगा। नए साल में अपराध नियंत्रण के अलावा खासकर नशे के खिलाफ जंग और तेज होगी। नया सवेरा अभियान को अधिक प्रभावशाली बनाएंगे। जिससे अधिक से अधिक युवाओं को नशे की लत से बाहर किया जा सके। जनता में सुरक्षा के बोध को भी प्रबल बनाया जाएगा।

साल 2023 में बिजनौर जिले को कृषि और पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया के नक्शे पर स्थापित करने का प्रयास रहेगा। चाहे वह बैराज पर वाटर गेम हो, कण्व ऋषि आश्रम पर पर्यटन हो या गंगा बैराज पर घाट पर हाट, सभी क्षेत्रों में शुरू हुए प्रोजेक्ट को अंजाम तक पहुंचाना उद्देश्य रहेगा।