हिंदू धर्म में 12 संक्रांतियों में मकर संक्रांति को सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना गया है. मकर संक्रांति को उत्तरायण भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं. इसलिए मकर संक्रांति को दान पुण्य का विशेष काल माना जाता है. इस दिन दान-पुण्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि मकर संक्रांति पर दान पुण्य के अलावा कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. इस दिन कुछ कार्य करने की मनाही भी है. चलिए जानते हैं मकर संक्रांति पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
सूर्य को अर्घ्य- मकर संक्रांति का पर्व सूर्यदेव को समर्पित होता है, इसलिए इस दिन सूर्यदेव की विशेष पूजा अर्चना करें. इसके बाद जल में कुमकुम व काले तिल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें. इस दौरान आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. इससे भगवान सूर्य की कृपा से वैभव, यश व बल की प्राप्ति होगी.
दान- मकर संक्रांति पर दान पुण्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस दिन किया गया दान सीधे भगवान को समर्पित होता है और इससे व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. मकर संक्रांति पर हर व्यक्ति को गरीब व जरूरतमंदों को दान जरूर करना चाहिए. इस दिन काले तिल, गुड़ व खिचड़ी दान करना सबसे उत्तम होता है. इससे समाज में उस व्यक्ति का मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ती है.
पवित्र नदी में स्नान- शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि मकर संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. सबसे उत्तम गंगा स्नान होता है. इस दिन गंगाजल से स्नान करें और घर में भी छिड़काव करें. इस दिन ब्राह्मणों को भोजन करवाएं, इससे देवतागण प्रसन्न होंगे और जीवन में सुख-शांति व समृद्धि बनी रहेगी.
पितरों को करें तर्पण- मकर संक्रांति के दिन अपने पूर्वजों के नाम से तर्पण करना चाहिए. इससे घर में पितृदोष नहीं होता. शास्त्रों में बताया गया है कि आज ही के दिन महाराज भगीरथ ने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गंगा नदी में तर्पण किया था.
तामसिक भोजन का सेवन ना करें- मकर संक्रांति पर तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. इस दिन मांस, लहसुन, प्याज जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. मकर संक्रांति पर केवल सात्विक भोजन लेना चाहिए.
गरीबों का ना करें अपमान- इस दिन किसी भी गरीब या असहाय व्यक्ति का अपमान ना करें. ऐसा करने से पाप के भागीदान बनते हैं. इस दिन किसी को भी अपशब्द नहीं कहने चाहिए. घर पर कोई मांगने आए तो खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए.
ना करें मदिरापान- मकर संक्रांति पर मदिरापान करने से जीवन पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है. इस दिन मदिरा या शराब का सेवन करने से घर से सुख-समृद्धि जा सकती है.