अंबाला। शंखनाद से यात्रा का आरंभ। जंगम जोगियों ने शिव स्तुति गाई। गुरुनानक जी व शिव जी का उदाहरण खुद को तपस्वी व कांग्रेस की यात्रा को तपस्या कहना। और शाम को ब्रह्मसरोवर पर पूजन और आरती। यह सार था रविवार को धर्मनगरी में भारत जोड़ो यात्रा का…। यात्रा आज अंबाला पहुंचेगी। कांग्रेस सांसद जोथिमनी ने जानकारी दी है कि आज राहुल गांधी के साथ सभी महिलाएं कदमताल करेंगी। सांसद ने ट्वीट कर रहा कि ट्विटर पर कहा कि राहुल गांधी महिला सशक्तिकरण को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
कुरुक्षेत्र में यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। तय समय साढ़े तीन बजे से 20 मिनट देरी से यात्रा शुरू हुई, लेकिन कार्यकर्ताओं का उत्साह कम नहीं हुआ। नेशनल हाईवे पर स्थित गांव झिरबड़ी से यात्रा शुरू की गई। तीन बजकर 50 मिनट पर जैसे ही राहुल गांधी गाड़ी से उतरकर यात्रा में शामिल हुए तो कार्यकर्ताओं का जोश व उत्साह कई गुना बढ़ गया। झंडे, बैनर, कटआउट लिए कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे तो राहुल गांधी ने भी हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इसके बाद यात्रा शुरू हुई तो हर कोई राहुल गांधी के जोश व जज्बे को देख हैरान रह गया। गांव झिरबड़ी में यात्रा का शंखनाद से स्वागत किया गया तो 500 मीटर चलते ही जंगम जोगियों ने शिव स्तुति की। उमरी चौक, पिपली चौक से लेकर पुराने बस अड्डे तक जगह-जगह स्वागत किया गया। सोमवार को यात्रा खानपुर कोलियां से शुरू होगी और अंबाला पहुंचेगी।
कुरुक्षेत्र से राहुल गांधी के परिवार का पीढ़ियों का इतिहास जुड़ा है। उनके पुरखों का यहां आना रहा है और यही कहा जा रहा है कि राहुल अपने परिवार के पहले सदस्य हैं जिन्होंने यहां रात्रि विश्राम किया। लेकिन दस साल पहले प्रियंका गांधी के पुत्र और राहुल गांधी के भांजे रेहान भी यहां रात में रुके थे। एसपीजी की सुरक्षा में रेहान का यह तीन दिन का प्रवास गुप्त रखा गया था। हालांकि रेहान की मां प्रियंका गांधी ने भले ही कुरुक्षेत्र में प्रवास न किया हो, लेकिन वे 15 साल पहले अर्धरात्रि में कुरुक्षेत्र के थीम पार्क में एक धार्मिक आयोजन के दौरान महायज्ञ में आहुति डालने पहुंचीं थीं।
नेहरू परिवार के पुरोहित पंडित राजनाथ और उनके बुजुर्ग इस परिवार से कई बार यहां पूजा-अर्चना करा चुके हैं। उनके पास नेहरू परिवार की सात पीढ़ियों का रिकॉर्ड वंशावलियों में उर्दू के अलावा कर्मकांडी हिंदी भाषा में दर्ज है। स्वर्गीय पंडित राजनाथ के पुत्र विश्वनाथ शर्मा और लक्ष्मीनाथ शर्मा के अनुसार पंडित मंशाराम नेहरू, उनके पुत्र पंडित लक्ष्मी नारायण नेहरू, उनके पुत्र पंडित गंगाधर, उनके पुत्र मोतीलाल नेहरू, उनके पुत्र पंडित जवाहरलाल नेहरू, उनकी बेटी इंदिरा गांधी और उनके पुत्र राजीव गांधी व संजय गांधी, सोनिया गांधी, मेनका गांधी से लेकर प्रियंका व राहुल गांधी परिवार का धर्मनगरी कुरुक्षेत्र से जुड़ाव रहा है।
राहुल गांधी ने गांव झिरबड़ी से यात्रा शुरू की तो करीब साढ़े छह किलोमीटर तक जारी रखी। हर कोई देखता रहा कि राहुल गांधी रुकेंगे, लेकिन उनके जोश को देख सभी दंग थे। हजारों लोगों ने उनका स्वागत किया। राहुल गांधी चट्ठा कॉम्प्लेक्स के समीप पिपली-थर्ड गेट रोड पर पहुंचे तो कुछ कदम आगे स्थित कार्यकर्ता विजय अग्रवाल के घर अचानक सुरक्षाकर्मी पहुंच गए। महज 10 मिनट बाद राहुल गांधी भी पहुंचे तो विजय अग्रवाल, उनकी पत्नी नित्या अग्रवाल व बच्चे भी गदगद हो उठे। राहुल गांधी ने यहां पहले चाय पी तो स्नेक्स भी लिए।
उन्होंने परिवार के लोगों से हालचाल पूछा तो मौजूद बच्चों के साथ दुलार भी किया। उधर, नित्या अग्रवाल कहती है कि वे दूसरे लोगों की तरह राहुल गांधी को देखने के लिए घर के बाहर थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि अचानक घर ही आ जाएंगे। राहुल ने बेहद सौम्य स्वभाव से पूरे परिवार से बातचीत की। वे पहले किसी पार्टी से नहीं जुड़े थे, लेकिन अब वे कोचिंग सेंटर में पढ़ाने का काम छोड़ कांग्रेस से ही जुडे़ंगी।
पिपली रोड पर रेलवे पुल पर राहुल की झलक देखने के लिए मोहन नगर की कोमल अपनी मां राजबाला के साथ पहुंची। अचानक राहुल ने उन्हें बुलाया तो एक क्यूआर कोड लगा स्टीकर दिया और कहा कि जरूर मिलना। इसके बाद राहुल आगे बढ़ गए। राहुल गांधी से इस अचानक मुलाकात से मां-बेटी गदगद हो उठीं। उनका कहना था कि राहुल गांधी इस तरह उन्हें भीड़ के बीच बुलाकर मुलाकात करेंगे, यह उम्मीद भी नहीं थी।
राहुल गांधी की यात्रा के दौरान जगह-जगह फूलों की वर्षा से स्वागत किया गया। हर चौक पर ढोल, नगाड़े बताए गए तो अग्रसेन चौक सहित कई जगहों पर आतिशबाजी भी की गई। राहुल गांधी व कांग्रेस के प्रति जमकर नारेबाजी की जाती रही।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पैदल चलते हुए राहुल गांधी जब नीलोखेड़ी से आगे निकले तो उनकी नजर एक 10 साल के बच्चे पर पड़ी। वह साथ दौड़ रहा था। राहुल ने उसे बुलाया और साथ लेकर चलने लगे। बोले-कौन सी क्लास में पढ़ते हो, बच्चा बोला-आर्मी स्कूल अंबाला कैंट में पढ़ता हूं। राहुल इसे देख बोले बड़े गोल मटोल हो, पहलवान बनोगे क्या। बच्चे ने तपाक से जवाब दिया, दूसरों को रौब दिखाने के लिए सेहत अच्छी रखनी पड़ती है राहुल जी। ये बात सुनकर वह हंस पड़े और उनके पिता मिथुन वर्मा पार्षद से अंबाला बोले, बच्चा बहुत हाजिर जवाब है।
यात्रा के दौरान स्थानीय नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं में भी राहुल गांधी जोश भर गए। पूरी यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, प्रदेशाध्यक्ष उदयभान इत्यादि नेता मौजूद रहे। इस दौरान सभी नेताओं के कार्यकर्ता भी राहुल गांधी के साथ-साथ अपने-अपने लीडर के नारे लगाकर यात्रा में उनकी मौजूदगी का माहौल बनाते दिखे। उधर, भूपेंद्र हुड्डा भी यात्रा के दौरान अनेक बार राहुल गांधी के साथ चर्चा करते दिखे। कड़ाके की सर्दी के बीच कार्यकर्ता रविवार सुबह ही गांव झिरबड़ी पहुंच गए थे। यहीं नहीं उमरी चौक, पिपली चौक तक लोग हाईवे पर एक झलक पाने के लिए बेताब रहे। कार्यकर्ता राहुल के स्वागत में पलक पावड़े बिछाए रहे। तीन बजकर 50 मिनट पर जैसे ही राहुल गांधी झिरबड़ी पहुंचे तो कार्यकर्ताओं का जोश आसमान पर पहुंच गया। राहुल इस दौरान सभी कांग्रेसियों को उत्साहित करते हुए उनका जोश बढ़ाते दिखे।
राहुल गांधी की एक झलक पाने के लिए लोगों में होड़ मची रही। बड़ी संख्या में लोग यात्रा के साथ दौड़ते रहे तो वहीं सड़कों के दोनों ओर हजारों की संख्या में लोग खड़े रहे। राहुल गांधी कहीं किसी से गले मिलते रहे तो कहीं हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार करते रहे।
दोपहर बाद तीन बजकर 50 मिनट पर राहुल गांधी गांव झिरबड़ी पहुंचे।
तीन बजकर 52 मिनट पर यात्रा शुरू
चार बजकर 40 मिनट पर पिपली चौक पर पहुंचे
पांच बजकर 20 मिनट पर पिपली रोड स्थित विजय अग्रवाल के घर जलपान के लिए पहुंचे
पांच बजकर 50 मिनट पर फिर यात्रा में लौटे
छह बजकर 33 मिनट पर पुराने बस अड्डा पहुंची।
छह बजकर 42 मिनट पर राहुल गांधी ब्रह्मसरोवर पर पहुंचे
कुरुक्षेत्र। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सोमवार को सुबह खानपुर कोलियां से फिर शुरू होगी। यात्रा का रात्रि पड़ाव गांव प्रतापगढ़ में रहा, जहां यात्रा के साथ चल रहे 67 कंटेनर पहुंचे। राहुल गांधी कंटेनर में ही रात्रि विश्राम करते रहे वहीं सुबह यात्रा खानपुर कोलियां से शाहाबाद पहुंचेगी, जहां नई अनाजमंडी में दोपहर भोज होगा। यात्रा को लेकर सभी जगहों पर व्यापक तैयारियां की गई हैं। यात्रा को लेकर कड़ी सुरक्षा की गई है। पांच एएसपी व नौ डीएसपी के नेतृत्व में दो हजार से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे।
10 जनवरी को दिल्ली-लुधियाना हाईवे पर अंबाला-शाहबाद के बीच छह घंटे के लिए यातायात बंद किया जाएगा और रूट डायवर्ट रहेगा। उपायुक्त ने यात्रा मार्ग को रेड जोन घोषित करते हुए धारा-144 लगाई है। सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक 10 जनवरी को कुरुक्षेत्र-शाहाबाद से अंबाला की ओर जाने वाले वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। कुरुक्षेत्र व शाहाबाद की ओर से अंबाला, चंडीगढ़, पंचकूला। पंजाब की ओर से जाने वाले वाहन शाहाबाद से साहा रोड होते हुए वाया शहजादपुर, रायपुरानी, पंचकूला चंडीगढ़ और पंजाब की ओर जा सकते हैं। यमुनानगर से अंबाला की ओर आने वाले वाहन वाया बराड़ा होते हुए शाहाबाद से अंबाला की ओर जा सकते हैं। छावनी और अंबाला शहर का मार्ग बंद रहेगा।