बिजनौर। पंचायत में लाइब्रेरी बिना किताबों के चल रही थी। सीसीटीवी कैमरे दिखावटी थे। इंटरनेट डिवाइस पंचायत सहायक के घर रखी थी। जिसके चलते पंचायत सहायक की सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया गया है।
स्वच्छता अभियान में लाखों खर्च होने के बाद भी गंदगी शायद पंचायतों की नियति बन गई है। सफाई का सामान प्रधान के घर रखा मिला। डीपीआरओ सतीश कुमार लगातार पंचायतों में हो रहे विकास कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। डीपीआरओ ने सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी , सहायक विकास अधिकारी पंचायत नजीबाबाद तथा कंसल्टिंग इंजीनियर के साथ विकास खंड नजीबाबाद की ग्राम पंचायतों का ताबड़तोड़ निरीक्षण किया। विकास कार्यों की असलियत परखी।
ग्राम पंचायत नांगल में सीसीटीवी कैमरे लगे थे। परंतु उनकी। एलईडी या डिस्प्ले नहीं लगाई गई थी। जिससे कैमरे शो पीस बने थे। इंटरनेट डिवाइस पंचायत सहायक के घर थी। सड़कों व नालियों में गंदगी का अंबार था। सड़क टूटी फूटी मिली। पंचायत द्वारा डस्टबिन तथा प्लास्टिक बैग खरीदें गए हैं, परंतु वे प्रधान के घर रखें थे। इस्तेमाल नहीं हो रहा था। पंचायत सहायक काम में दिलचस्पी नहीं ले रहा है। डीपीआरओ ने पंचायत सहायक की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए। सचिव तथा प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही अतिरिक्त कर्मचारी लगाकर सफाई कराने को कहा।
पंचायत सराय आलम में पाया कि पुस्तकालय तो बना है। परंतु पुस्तकालय में किताब नहीं है। पुस्तकालय में बिजली की व्यवस्था नहीं थी। ओडीएफ के कार्य का निर्माण मानक अनुरूप नहीं था। गंदगी के ढेर थे। प्रधान तथा सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा गया है। ग्राम पंचायत भागूवाला में में शासन के प्राथमिकता वाले कार्य की प्रगति बेहद धीमी मिली। प्रधान तथा सचिव द्वारा कार्य के क्रियान्वयन में कोई रुचि नहीं ली जा रही थी। इसलिए दोनों का जवाब तलब करने की हिदायत दी गई। डीपीआरओ के मुताबिक पंचायत की वित्तीय पत्रावली की जांच एडीपीआरओ करेंगे। इसके बाद अगली कार्रवाई तय होगी