लखनऊ. लखनऊ में मंगलवार शाम हादसे में वजीर हसन रोड स्थित पांच मंजिला अपार्टमेंट अलाया ताश के पत्तों की तरह ढह गई. मलबे में तीस से ज्यादा लोग दब गए. सूचना पर पुलिस, दमकल, एसडीआरएफ और सेना के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर अब तक दर्जनों लोगों को बाहर निकाल अस्पताल में भर्ती कराया है. बाकी फंसे लोगों को निकालने के लिए राहत-बचाव कार्य जारी है.

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी 5-6 घंटे और लग सकते हैं. अब तक 14 लोगों को बचाया जा चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिल्डिंग के मालिक सपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंसूर के बेटे नवाजिश मंसूर को हिरासत में ले लिया गया. घटनास्थल पर आर्मी, NDRF-SDRF मौजूद है. सीएम योगी पल पल की अपडेट ले रहे हैं.

सपा विधायक शाहिद मंजूर के बेटे नवाजिश को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. शाहिद से पूछताछ के बाद लखनऊ रवाना किया गया जहां पर पुलिस उससे पूछताछ करेगी.बताया जा रहा है कि जमीन का एग्रीमेंट नवाजिश के नाम पर है. एसपी सिटी पीयूष सिंह ने हिरासत में लेने की पुष्टि की है. यजदान बिल्डर ने ये इमारत बनाई थी.

अलाया अपार्टमेंट गिरने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि कारणों का पता लगने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. अभी हमारी प्राथमिकता घायलों को जीवित बचाने की है. उन्हें बेहतर उपचार मुहैया कराने की है. सभी घायलों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है.

रेस्क्यू के दौरान एक महिला को सकुशल बाहर निकाला गया. ndrf व sdrf ने ताली बजाकर किया स्वागत. 12 घण्टे के ऑपरेशन के बाद संख्या बढ़कर 14 हो गई हैं. किचन में फंसी एक महिला को बाहर निकाला गया.

डीजीपी डीएस चौहान का कहना है कि सभी को सकुशल निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए ड्रिल किया जा रहा है. डीजीपी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से बिल्डिंग गिरने की आशंका है.

मंडलायुक्त डॉ रोशन जैकब ने लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हजरतगंज के वजीरगंज हसन रोड पर बने अलाया अपार्टमेंट के गिरने पर उसके भवन मालिक-मोहम्मद तारीफ, नवाज़िश शाहिद तथा साथ ही उस अपार्टमेंट के बनाए गए बिल्डर्स यजदान पर तत्काल मुकदमा पंजीकृत कराया जाए. मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लखनऊ शहर में यजदान बिल्डर्स के द्वारा बनाई गई अन्य बिल्डिंगों का चिन्हाकन करके जांच करें तथा सर्वप्रथम दृष्टिया जांच करते हुए अवैध निर्माण की स्थिति मे तत्काल ध्वस्तीकरण कराया जाना प्राथमिकता पर सुनिश्चित किया जाए.