बिजनौर। शासन में सभी बोर्ड के माध्यमिक विद्यालयों के लिए विद्यार्थियों से वसूली जाने वाली फीस को लेकर निर्देश जारी किए हैं। विद्यालय विद्यार्थियों से मनमानी फीस नहीं वसूल सकेंगे। साथ ही विद्यार्थियों को किसी विशेष दुकान से किताब, जूते और मौजे खरीदने के लिए बाध्य नहीं करेंगे।

डीआईओएस कार्यालय के अनुसार शासन को विद्यालयों से फीस बढ़ोतरी में मनमानी करने, किताब,कापी, जूते मौजे और अन्य शिक्षण सामग्री किसी विशेष दुकान से खरीदने के लिए दबाव बनाने की शिकायत मिल रही थी। शासन ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया है।

डीआईओएस रामाज्ञा कुमार के अनुसार शासन ने जिला स्तर पर जिला शुल्क समिति गठित है। डीएम उमेश मिश्रा समिति के अध्यक्ष हैं। विद्यालय फीस बढ़ोतरी में मनमानी नहीं कर सकते। विद्यार्थियों से वसूली जाने वाली फीस का वर्गीकरण करके विद्यालयों को अपनी वेबसाइट पर अंकित करना होगा। साथ ही विद्यालय के सूचना पटल पर अंकित करना है।

डीआईओएस रामाज्ञा कुमार के अनुसार विद्यालय को यह स्पष्ट करना जरूरी है कि किस मद में कितनी फीस ली जा रही है। विद्यार्थियों का हित सर्वोपरी है। विद्यार्थियों का शोषण नहीं होने दिया जाएगा। विद्यालय विद्यार्थियों की समस्या विद्यालय स्तर पर निपटाएं। फीस की रसीद दें। अभिभावक किसी भी समस्या के लिए जिला शुल्क नियामक समिति के समक्ष आवेदन कर सकते हैं।