कानपुर: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के आरोपित सनी सिंह का सुंदर भाटी से एक और कनेक्शन सामने आया है। सनी सिंह लगभग एक साल तक कानपुर की जेल में रहा था। यहां पश्चिमी उप्र के कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी गिरोह का शूटर दिनेश भाटी भी बंद है।

खुफिया एजेंसियां अब सनी और दिनेश के संबंधों के नजरिए से भी जांच में जुटी हैं। सनी और सुंदर भाटी भी हमीरपुर जेल में एक साथ रह चुके हैं और उनकी नजदीकियां जाहिर हो चुकी हैं। हमीरपुर के कुरारा का रहने वाला मोहित सिंह उर्फ सनी सिंह वर्ष 2016 में पुलिस पर फायरिंग के आरोप में गिरफ्तार कर वहीं की जेल में भेजा गया था।

सुंदर भाटी 2015 से ही हमीरपुर जेल की बैरक नंबर दो में बंद था। सनी को भी उसी की बैरक में रखा गया था। यहां दोनों में नजदीकियां बढ़ीं और सुंदर भाटी के कहने पर ही जेल से छूटने के बाद सनी मेरठ चला गया था। इसी गिरोह का शूटर दिनेश भाटी 20 अप्रैल 2019 को कानपुर जिला कारागार लाया गया था।

सनी के आपराधिक आचरण को देखते हुए सनी को 31 जनवरी 2020 में हमीरपुर से कानपुर जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। सनी तो तीन अप्रैल 2021 को जमानत पर रिहा हो गया था, लेकिन शूटर दिनेश भाटी अभी बंद है। लगभग 16 महीने तक दोनों एक ही जेल में रहे, इसलिए दोनों में नजदीकियों की भी चर्चा है।

अब खुफिया एजेंसियां पड़ताल में जुट गई हैं कि क्या जेल में सनी और दिनेश भाटी के बीच कभी मुलाकात हुई थी। माफिया अतीक अहमद और अशरफ को मारने वाले शूटरों के पास से भारत में प्रतिबंधित जिगाना पिस्टल मिली है और बताया जा रहा है कि यह सुंदर भाटी गैंग ने ही मुहैया कराई। हालांकि पूछताछ में सनी ने पिस्टल मेरठ के बदमाश सोढ़ी से खरीदने की बात स्वीकार की थी।