बिजनौर। शहर की आबादी बढ़ रही है। सड़क पर अतिक्रमण होने से शहर की सड़कें संकरी हो रही। इससे शहर में आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। जाम लगा होने से राहगीर एवं वाहन चालक कछुआ चाल से अपने गंतव्य पहुंचते हैं। इसमें काफी समय बर्बाद हो रहा है। शहर को स्वच्छ व जाम से निजात के लिए शहर को अतिक्रमण से मुक्त कराने वाले प्रत्याशी को ही समर्थन देंगे।
यह बातें मंगलवार को बिजनौर शहर में सिविल लाइन द्वितीय स्थित कृष्णा प्लाजा में एक दुकान पर बैठे व्यक्ति व युवाओं ने निकाय चुनाव की चर्चा में कही। चर्चा में कहा कि शहर को जाम से मुक्ति दिलाने व शहर की यातायात व्यवस्था दुरुस्त को जिला प्रशासन व पुलिस ने रूट प्लान बना रखा है। लेकिन वह धरातल पर लागू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि नियमित साफ सफाई नहीं होने व कई कालोनियों में गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने से मच्छरों का आतंक बढ़ रहा है। इससे संक्रमण बीमारी फैलने का डर बना हुआ।

शहर में जाम एवं बाजार में पार्किग नहीं होना बड़ी समस्या है। ग्राहक वाहन से बाजार आते हैं, तो उन्हें इधर उधर वाहन खड़े करने पड़ते हैं। बड़े शोरूम व दुकानें बन गई है। अधिकांश के पास पार्किंग नहीं है। वहां आने वाले ग्राहक अपने वाहनों को सड़क पर खड़े कर देते हैं। इससे जाम की स्थिति बना जाती है। बिजनौर शहर के मुख्य डाकघर चौराहा, रोडवेज चौराहा, पालिका चौराह आदि पर ज्यादातर जाम लग जाता है।

शहर के अंदर सड़कों पर अतिक्रमण रहता है। इससे शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। बाजार में आने वाले ग्राहकों व राहगीरों को भारी परेशानी रहती है। इस बार नगर पालिका का अध्यक्ष ऐसा होना चाहिए, जो इसपर प्लान बनाकर कार्रवाई करें। – सतेंद्र चौधरी
शहर की बाहरी कालोनी, जो सीमा विस्तार में नगर पालिका में शामिल हुई है। चाहे वह झालू रोड की कालोनी हो या नजीबाबाद रोड का नाला। यहां गंदे पानी की निकासी नहीं होने नालों गंदगी से अटे रहते हैं। ताकि शहर के आने के रास्ते साफ हो। – रश्मि राजपूत
शहर बढ़ रहा है। बाहर की ओर बाजार में सड़कें चौड़ी है, लेकिन अंदर सड़क छोटी है और अतिक्रमण होने से जाम की स्थिति रहती है। शहर में छोटे वाहनों व ई-रिक्शा का रूट प्लान लागू किया जाए और हर रूट का किराया भी निर्धारित किया जाएं। – चौधरी शूरवीर