बिजनौर। शहरी सरकार के लिए मतदान को अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। ऐसे में उम्मीदवारों ने जहां चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। हल्दौर में अध्यक्ष पद के लिए नहटौर विधायक के सगे रिश्तेदार चुनावी मैदान हैं। उधर बिजनौर पालिका पर भी हार या जीत कई दिग्गजों का कद तय कर देगी।
बिजनौर नगर पालिका में अध्यक्ष पद के लिए भाजपा से डॉ. बीरबल की पत्नी इंदिरा सिंह चुनाव लड़ रही है। बता दें कि इंदिरा सिंह के ससुर स्व. बाबू रामपाल सिंह विधायक रहे हैं। बाबू रामपाल सिंह जिला पंचायत परिषद के अध्यक्ष रहने के साथ साथ कई पदों पर रहे हैं। इंदिरा सिंह के पिता बाबू जय सिंह भी ब्लॉक प्रमुख, सहकारी बैंक के अध्यक्ष और एमएलसी रहे हैं। अब इंदिरा सिंह के सामने अपने राजनैतिक घराने की प्रतिष्ठा बचाने की चुनौती है। उधर इंदिरा सिंह के चुनावी नतीजे जिला पंचायत अध्यक्ष साकेंद्र प्रताप सिंह, सदर विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष समेत जिला संगठन के पदाधिकारियों की प्रतिष्ठा को तय करेंगे।
साथ ही बिजनौर पालिका से ही पूर्व विधायक रुचिवीरा की बेटी स्वाति वीरा सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही है। इस चुनाव में पूर्व विधायक रुचिवीरा पूरी मेहनत के साथ बेटी की जीत सुनिश्चित करने के प्रयास में लगी हैं।
उधर निवर्तमान चेयरपर्सन रुखसाना परवीन के सामने अपनी जीत को दोहराने की चुनौती है। बता दें कि रुखसाना परवीन को पहले सपा ने सिंबल दे दिया था, लेकिन कुछ ही घंटों बाद स्वाति वीरा को टिकट दे दिया गया। बाद में रखसाना परवीन ने रालोद के टिकट पर अपना नामांकन कराया।
आरक्षण के बदलाव ने हल्दौर और किरतपुर में बदल दिए समीकरण
बिजनौर। ओबीसी को लेकर आरक्षण में सरकार को बदलाव करना पड़ा रहा है, दोबारा जारी हुई अधिसूचना ने हल्दौर और किरतपुर के समीकरण ही बदल दिए हैं। क्योंकि हल्दौर को पहले सामान्य रखा गया था, बाद में यह सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित हो गई। किरतपुर को पहले एससी के लिए आरक्षित किया गया, बाद में इसे सामान्य कर दिया। जिसके चलते निवर्तमान चेयरमैन को चुनाव लड़ने का मौका मिल गया।
इसके साथ ही हल्दौर में इस बार नहटौर विधायक ओमकुमार की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। क्योंकि हल्दौर में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे भूषण सिंह उनके रिश्तेदार हैं। ऐसे में विधायक के तमाम समर्थक भी चुनाव लड़ाने के लिए हल्दौर में डेरा डाले हुए हैं। हल्दौर में निवर्तमान चेयरमैन अमर सिंह पम्मी रालोद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि सपा से कौशल सिंह और बसपा से रामपाल सिंह मैदान में है। दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी यहां ताल ठोक रखी है।