कानपुर. यूपी निकाय चुनाव में माफिया अतीक अहमद का मुद्दा भी देखने को मिल रहा है. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अतीक की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन को माफिया लिखने पर कड़ा विरोध जताया. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि एक महिला को माफिया कहना और लिखना कितना सही है? यह पुलिस की नहीं बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भाषा है.
अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि माफिया शब्द लगाना पुलिस की भाषा नहीं है. पुलिस को बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चला रहे हैं. एक महिला को इस तरह कहना ये बीजेपी की भाषा है, मुख्यमंत्री की भाषा है. ये नफरत फैलाकर चुनाव जीतना चाहते हैं. बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की पत्नी शाइस्ता फरार चल रही है. उन पर 50 हजार का इनाम भी घोषित हैं. अब पुलिस ने उन्हें माफिया भी घोषित किया है.
अखिलेश यादव कानपुर देहात के रसूलाबाद में सपा समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला. अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस अपनी तरफ से कुछ नहीं करती है. जैसा बीजेपी और मुख्यमंत्री कहते हैं वैसा ही पुलिस करती है. ये लोग समाज को बांटना चाहते हैं. गौरतलब है कि उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या के बाद अखिलेश यादव ने विधानसभा में सरकार पर हमला बोला था. जिसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा था माफिया चाहे जो भी हो उसे मिट्टी में मिला देंगे.
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद एसपी सिंह बघेल ने अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुलायम सिंह की ही सरकार में इन माफियाओं को फलने फूलने का मौका मिला. उन्हीं की सरकार में राजू पाल की हत्या हुई. अगर उमेश पाल हत्याकांड की सीसीटीवी फुटेज न आती न तो अखिलेश यादव खुलकर बचाव करते.