राजस्थान| राजस्थान के बीकानेर जिले के कई इलाकों में शुक्रवार रात से तेज बारिश हुई. 72 घंटे में रूक-रूक हुई मूसलाधार बरसात के कारण इससे कारण कई इलाके जलमग्न हो गए थे. कई मकान धाराशायी हो गई, पेड़ उड़ग गए, नालियां नाला बन गईं. जिले की कोलायत और बज्जू तहसील के गांवों नें भी भारी बारिश के कारण स्थिति बिगड़ गई थी. कई इलाके ऐसे थे जहां पर 10 फीट तक पानी भर गया था. बताया गया है कि 20 साल बाद यहां पर ऐसा बारिश हुई है.
इस मूसलाधार बारिश के कारण बज्जू गांव में भी गलिया पानी-पानी हो गई. तेज बहाव में यहां पर कई मवेशी बह गए थे और मकान भी गिर गए थे. बज्जू गांव का रहने वाला 19 साल का संदीप बरसाती नाले को देखने के लिए घर से निकला हुआ था. वह जिस जगह पर खड़ा हुआ था बरसाती नाले के तेज बहाव के कारण उसके पैरों के नीचे की जमीन धंसक गई और वह बरसाती नाले में वह गया. बहाव इतना तेज था कि गांव के लोग उसे बचा भी नहीं सके. करीब एक किलोमीटर दूर जाकर संदीप मिला, जब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
जैसे ही संदीप की मौत की खबर गांव वालों और उसके परिवार को पता चली तो मातम छा गया. संदीप की बड़ी बहन 20 साल की रेखा ने जैसे ही भाई संदीप की मौत की खबर सुनी तो वह इस बात को सहन नहीं कर सकी. वह घर के थोड़ी दूर पर मौजूद खेत पर पहुंची और खेत में बनी पानी से भरी डिग्गी (बड़ा सा गड्ढा, जिसमें पानी स्टोर करके रखा जाता है) में कूद गई और उसकी भी मौत हो गई. एक ही पल में परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया. घटना के बाद से गांव में मातम छाया हुआ है. वहीं, दो बच्चों की मौत से परिवारवाले बेहद दुखी हैं. सामने आया है कि संदीप और रेखा की मौत के बाद बस एक बेटी बची हुई है.
शुक्रवार रात से कोलायत तहसील के गांवों में 400 मिलीमीटर से ज्यादा पानी बरस चुका है. यही हाल इससे सटे बज्जू इलाके का है, जहां अब तक लगभग 300 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. कोलायत के झझू गांव से बही बरसाती नदी का पानी रेतीले धोरों को पार कर दोनों तहसीलों के हजारों बीघा खेतों को तहस नहस कर चुकी है. छत्तरगढ में 40 से ज्यादा मकान गिरे हैं. कोलायत और बज्जू तहसील में भी 20 से ज्यादा मकान गिरे हैं.
बारिश ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है. बरसात के कारण डॉ. करणीसिंह लिफ्ट केनाल की कोलायत डिस्ट्रीब्यूटरी, देवड़ा डिस्ट्रीब्यूटरी, खिदरत डिस्ट्रीब्यूटरी, नगरासर डिस्ट्रीब्यूटरी, गिरराजसर डिस्ट्रीब्यूटरी, नगरासर माईनर और गिरराजसर माईनर टूट गई हैंं. इसके कारण दर्जनों गांवों के हजारों बीघा खेत जलमग्न हो गए हैं. मूंगफली, नरमा और बाजारा, ग्वार की फसलें बारिश के चलते खराब हो गई हैं.
कोलायत और बज्जू के दर्जनों गांवों में बाढ़ के हालात हैं. सैकडों परिवारों को अपना आशियाना छोड़ सुरक्षित स्थानों पर आने को मजबूर होना पड़ा है. बरसाती नाले उफान के साथ बहने से बड़ी तादाद में जानवर मर गए हैं. कोलायत के निचले इलाके पानी की चपेट में आने का खतरा हो गया है. बज्जू क्षेत्र के गिरांधी, गड़ियाल, गिरिराजसर गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं. पानी के कारण मुख्य सड़क से गांव का संपर्क कट गया है. इसके कारण रेस्क्यू टीमों को गांव में लोगों की मदद के लिए पहुंचने में भी बहुत ही ज्यादा समस्या हो रही है.