बिजनौर। चांदपुर के मोहल्ला शाहंचदन स्थित जमीन पर स्थापित डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण को लेकर हुए हंगामे में पुलिस ने 24 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। इसमें हरियाणा से आए भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर सहित 13 को नामजद किया गया है, जबकि दस को अज्ञात रखा गया है। इन सब पर माहौल बिगाड़ने और मारपीट करने का आरोप है।

मोहल्ला शाहचंदन निवासी प्रेम की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया कि रविवार की सुबह करीब नौ बजे वह अपने प्लॉट पर गया। तभी वहां भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर व अन्य लोग आ गए और उसे मारना पीटना शुरू कर दिया। प्लॉट में करीब एक सप्ताह पूर्व अवैध रूप से रखी प्रतिमा के गले में माला डालने का प्रयास किया गया। समाज का भाईचारा बिगाड़ने का प्रयास किया।

प्रेम पुजारी ने पुलिस से उसके प्लॉट में रखी प्रतिमा हटवाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार बैसला ने बताया कि प्रेम पुजारी की तहरीर पर भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर, राजकुमार, कैलाश चंद्र, सुनेंद कुमार, ओमकार, दिनेश कुमार, सचिन राज, छोटू, नरेंद्र, मुंशी शिवचरण, शिवराज, अमित कुमार, गोविंदा सिंह, सुरेंद्र और 10 अन्य आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

चांदपुर के मोहल्ला शाहचंदन में खाली पड़ी जमीन पर दलित जाति के लोगों ने करीब एक सप्ताह पहले पूर्व डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा रातोंरात स्थापित कर दी थी। वाल्मीकि समाज के लोगों ने इसका विरोध किया। इस मामले में दलित समाज के 49 लोगों को नामजद और 12 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। रविवार दोपहर करीब 11 बजे प्रतिमा पर फूल चढ़ाने पहुंचे भीम सेना प्रमुख को पुलिस ने प्रतिमा स्थल से पहले रोक दिया था। इस पर दलित समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी की थी। वाल्मीकि समाज के लोग भी मौके पर पहुंच गए थे और जमीन अपनी बताते हुए जमकर हंगामा किया था।

एसपी नीरज कुमार जादौन के मुताबिक चांदपुर में स्थित जमीन पर पहले विवाद हुआ था। मगर, अब कोर्ट ने वाल्मीकि समाज के पक्ष में फैसला सुनाया है। कोर्ट के अनुसार यह जमीन अब वाल्मीकि समाज के लोगों की है।