नई दिल्ली।  ओल्ड राजेंद्र नगर की एक कोचिंग में तीन छात्रों की मौत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस मुद्दे पर सड़क से लेकर संसद तक संग्राम जारी है। कांग्रेस ने पहले ही इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव देकर अपना विरोध जता दिया था, वहीं भाजपा ने इसके लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी को घेरा। भाजपा ने आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन कर छात्रों की मौत के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया। पार्टी ने सभी छात्रों के लिए दिल्ली सरकार से एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिए जाने की मांग भी की है।

नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की सांसद बांसुरी स्वराज ने छात्रों की मौत के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने संसद में कहा कि आम आदमी पार्टी दस साल से सत्ता में है, एमसीडी और जल बोर्ड उसके नियंत्रण में है, लेकिन उसके बाद भी क्षत्र के नालों की कोई सफाई नहीं की गई। राजेंद्र नगर के बेसमेंट में पानी भरने के लिए नालों के पानी का बेसमेंट में भरना ही सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग पार्षद और विधायकों से सफाई के लिए लगातार अपील कर रहे थे, लेकिन इसके बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया जिसके कारण इस तरह की घटना घटी। उन्होंने कहा कि इसके लिए आम आदमी पार्टी सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस घटना को हादसा नहीं, बल्कि एक मानव जनित त्रासदी कहा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली के लोगों के लिए लापरवाही अब जानलेवा साबित हो रही है। इसके पहले भी कई अवसर आए हैं जहां उचित व्यवस्था न होने के कारण कहीं बिजली का करंट लगने से छात्र की मौत हुई तो कहीं बारिश के पानी में छात्रों के डूबने से हो रही है।

पूनावाला ने आरोप लगाया कि नगर निगम को इस बात की लिखित शिकायत की गई थी कि उन स्थानों पर बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाई जा रही थी, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि नगर निगम के भ्रष्टाचार के कारण यह घटना घटी है, इसलिए नगर निगम के स्थानीय पदाधिकारियों, दुर्गेश पाठक और आतिशी मारलेना को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।

वहीं, इस घटना के बाद नगर निगम और दिल्ली सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। नगर निगम ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए कई कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई कर उन्हें सील कर दिया है। दिल्ली सरकार ने संबंधित विभागों को जांच करने के आदेश दिए हैं। इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में कोचिंग संचालक सहित अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।