नई दिल्‍ली: राजिंदर गुप्ता लुधियाना के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 के मुताबिक, ट्राइडेंट ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन राजिंदर गुप्ता के पास 13,280 करोड़ रुपये की संपत्ति है। राजिंदर गुप्ता ने 1985 में अभिषेक इंडस्ट्रीज की शुरुआत की थी, जो फर्टिलाइजर्स बनाने का काम करती है। 1991 में उन्होंने एक और कंपनी के साथ मिलकर स्पिनिंग मिल की शुरुआत की। उनकी कंपनी ट्राइडेंट ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइजेशन (एम-कैप) 18,676 करोड़ रुपये है । फोर्ब्स के अनुसार, राजिंदर की कुल संपत्ति 1.6 अरब डॉलर है।

हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024 में राजिंदर गुप्ता को लुधियाना का सबसे अमीर शख्स बताया गया है। राजिंदर गुप्‍ता की सफलता का पता उनकी विशाल संपत्ति और उनके बिजनेस साम्राज्य के विस्तार से लगता है। लुधियाना के आर्थिक विकास में उनका बड़ा योगदान रहा है।

राजिंदर गुप्ता ने भारत के उदारीकरण के समय पंजाब में उद्योग की नींव रखी। लुधियाना के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1985 में अभिषेक इंडस्ट्रीज की स्थापना से की थी। यह कंपनी उर्वरकों के व्यवसाय से जुड़ी थी। छह साल बाद 1991 में गुप्ता ने एक अन्य कंपनी के साथ साझेदारी में एक स्पिनिंग मिल खोली और अपने व्यापार को और बढ़ाया।

फोर्ब्स के अनुसार, 2024 तक राजिंदर गुप्ता की कुल संपत्ति 1.6 अरब डॉलर (लगभग 13,280 करोड़ रुपये) हो गई है। ट्राइडेंट ग्रुप का मार्केट कैपिटलाइजेशन 18,676 करोड़ रुपये है। राजिंदर गुप्ता के नेतृत्व में ट्राइडेंट ग्रुप ने भारतीय कपड़ा उद्योग को अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राजिंदर गुप्ता को उनके उद्योग में उत्कृष्ट योगदान के लिए भारत सरकार की ओर से कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।

राजिंदर गुप्ता को’पंजाब का धीरूभाई अंबानी’ भी कहा जाता है। उन्‍होंने गरीबी से उठकर करोड़ों का कारोबारी साम्राज्‍य खड़ा किया है। उनकी प्रेरणादायक कहानी पंजाब के बिजनेस स्कूलों में पढ़ाई जाती है। राजिंदर को बचपन में ही आर्थिक तंगी के कारण 14 साल की उम्र में स्कूल छोड़ना पड़ा था। गुजारा चलाने के लिए उन्होंने मोमबत्ती और सीमेंट की फैक्ट्री में मजदूरी भी की। वहां उन्हें सिर्फ 30 रुपये रोज मिलते थे। कई रातें तो ऐसी भी आईं जब उन्हें भूखा ही सोना पड़ा।