जयपुर। आजकल कम समय में पैसे कमाने के लिए ज्यादातर लोग ऑनलाइन गेम खेल रहे हैं। ऑनलाइन गेम खेलने के चक्कर में बहुत से लोग अपनी जान गंवा चुके है तो कई लोग कर्ज में डूब गए है। वहीं कई लोग तो ऐसे भी है जो ऑनलाइन गेम की लत के चलते जुर्म की दुनिया में कदम रख चुके हैं। बहुत से लोगों को लगता है कि वो गेम जीतने वाले हैं, लास्ट टाइम वो हार जाते है। दरअसल, आप जो ऑनलाइन गेम खेलते है, उसमें लोचा ही लोचा है।

इसकी वजह है कि कई शातिर बदमाश ऐसे हैं जो ऑनलाइन गेम खेलने वालों के साथ ही गेम कर देते हैं। जी हां, राजस्थान की जयपुर पुलिस ने ऐसे ही साइबर फ्रॉड करने वाली एक गैंग का खुलासा किया है। ये बदमाश सॉफ्टवेयर के जरिए गेमिंग एप्स के साथ छेड़छाड़ करते फिर गेम खेलने वाले लोगों को लाखों रुपये का चूना लगा देते हैं।

मानसरोवर एसीपी संजय शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन गेम में फ्रॉड करने वाली गैंग के 8 बदमाशों को पकड़ा है। पुलिस ने बदमाशों के पास से लाखों रुपये की ठगी का खुलासा किया है। एसीपी संजय शर्मा बताते हैं कि साइबर ठगी का खुलासा करते हुए बताया कि ये बदमाश खुद ही लोगों को ऑनलाइन गेम खेलने के लिए प्रेरित करते थे। यानी अलग-अलग ऑनलाइन गेमिंग एप्स पर महादेव पैनल के जरिए लोगों को गेम खेल कर रुपए कमाने का लालच देते थे। इन बदमाशों ने ऑनलाइन गेमिंग एप से फर्जी बैंक अकाउंट जोड़ रखे थे, जो भी व्यक्ति ऑनलाइन एप पर गेम खेलता तो उसे रुपए दांव पर लगाने होते थे। ये रुपए फर्जी बैंक खातों में ट्रांसफर करके ठगी की जाती थी। ऑनलाइन गेम खेलने वालों को एप से छेड़छाड़ करके हरा दिया जाता था।

दरअसल, मानसरोवर पुलिस को शुक्रवार दोपहर को मुखबिर से सूचना मिली थी कि इलाके में एक गैंग सक्रिय है, जो ऑनलाइन फ्रॉड करते हुए साबइर ठगी करती है। सूचना पर पुलिस फ्लैट नंबर 305, शिव हाईट्स, शिव एनक्लेव कॉलोनी में दबिश दी। पुलिस को फ्लैट में 8 युवक मिले जो कि ऑनलाइन गेमिंग के जरिए ठगी करते हुए पाए गए थे। पुलिस टीम ने सभी बदमाशों को हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठाया और थाने ले आई। फ्लैट में ऑनलाइन ठगी करने के कई उपकरण और हिसाब किताब की डायरियां मिली है।

पुलिस ने जिन बदमाशों को गिफ्तार किया है। इनमें अनिल कुमार जाट (28) पुत्र गंगाधर निवासी सीकर, अलकेश जाट (28) पुत्र रामचंद्र, नरेश कुमार (25) पुत्र बजरंग, नरेश कुमार कुमावत (24) पुत्र सत्यवीर, जिला झुंझुनूं, राजकुमार जणवा (31) पुत्र ओमकार लाल, निवासी उदयपुर, प्रदीप जाट (23) पुत्र बलवीर सिंह निवासी झुंझुनूं, जितेन्द्र सात्वी (27) पुत्र रामलाल निवासी उदयपुर और भरत मेघवाल (21) पुत्र शंकर मेघवाल निवासी उदयपुर हैं। पुलिस ने इनके पास से अन्य सामान भी बरामद किया है।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 6 लैपटॉप, 18 मोबाईल फोन, 6 डायरियां, जिसमें लाखों रुपये का हिसाब किताब, 8 एटीएम कार्ड, 10 पासबुक, 11 चेक बुक बरामद की गई। बरामद किए गए एटीएम कार्ड, पासबुक और चेकबुक अलग अलग लोगों के और अलग अलग बैंकों के थे। पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वो सभी GOLD365, LASER247.com, Sanwaliya pay और MD Pannel नाम की साइट के जरिए ठगी करते थे। इस संबंध में एसआई अजय सिंह की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। एएसआई जय सिंह मामले की जांच कर रहे हैं।