नई दिल्ली: मेजबान श्रीलंका ने न्यूजीलैंड के खिलाफ गजब का खेल दिखाया है. पहले बल्लेबाजी करते हुए दिनेश चांदीमल, कामिंडू मेंडिस और कुसल मेंडिस की शतकीय पारी के दम पर 605 रन बनाकर पारी घोषित की और फिर प्रभात जयसूर्या के झटक विकेट के दम पर न्यूजीलैंड की पूरी टीम को महज 88 रन पर ढेर कर दिया. यह पहली बार है जब न्यूजीलैंड टेस्ट मैच में 100 से कम रन पर ऑलआउट हुई है. इससे पहले उनका सबसे कम स्कोर 102 रन था जो 1992 में कोलंबो में आया था.
ऐसी पिच पर जहां श्रीलंकाई बल्लेबाजों दिनेश चांदीमल, कामिंडू मेंडिस और कुसल मेंडिस ने शतक जमाया और पारी घोषित होने से पहले 602/5 रन बनाकर घोषित की. न्यूजीलैंड के बल्लेबाज बाएं हाथ के स्पिनर प्रभात जयसूर्या की गेंदबाजी को बिल्कुल समझ नहीं पाए और उन्होंने छह विकेट लेकर पूरी टीम को महज 88 रन पर ढेर कर दिया. श्रीलंका की धरती पर यह कीवी टीम का सबसे छोटा स्कोर है. यह पहली बार है जब न्यूजीलैंड टेस्ट में 100 से कम रन पर आउट हो गया. इससे पहले उनका सबसे कम स्कोर 102 रन था जो 1992 में कोलंबो में आया था.
श्रीलंका के पहली पारी में बनाए 602 रन के जवाब में न्यूजीलैंड की पहली पारी में 88 रन पर सिमट गई. इस तरह श्रीलंका ने पहली पारी के आधार पर 514 रन की बढ़त हासिल की. यह पहली बार है जब न्यूजीलैंड को टेस्ट में पहली पारी के बाद 500 से अधिक रन की कमी का सामना करना पड़ा है. 514 रन की बढ़त टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में चौथी सबसे बड़ी बढ़त भी है. 1930 से न्यूजीलैंड की टीम टेस्ट खेल रही है 94 साल में पहली बार यह टीम 100 से कम रन पर ऑलआउट हुई और 500 से ज्यादा की बढ़त विरोधी टीम को मिली.
प्रभात जयसूर्या ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में छह विकेट झटके जबकि निशान पीरिस ने तीन विकेट लिए. एक विकेट तेज गेंदबाज के नाम रहा. कीवी टीम ने 22 रन के स्कोर पर सिर्फ 2 विकेट गंवाए थे लेकिन अचानक से बल्लेबाजी बिखर गई और अगले 66 रन बनाते बनाते पूरी टीम आउट होकर वापस लौट गई. पूर्व कप्तान केन विलियमसन तीसरे दिन प्रभात का शिकार बनने वाले पहले खिलाड़ी बने. इसके बाद पीरिस ने नाइटवॉचमैन एजाज पटेल और रचिन रवींद्र को आउट किया.
न्यूजीलैंड एशियाई धरती पर अपना सबसे कम स्कोर दर्ज कर सकता था, लेकिन मिशेल सेंटनर की 51 गेंदों में 29 रनों की पारी की बदौलत कीवी टीम 39.5 ओवर में 88 रन बनाने में सफल रही. श्रीलंका ने फॉलोऑन देकर मेहमान टीम के खिलाफ बड़ी जीत की तरफ कदम बढ़ाया.