भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म और फिर हत्या के मामले की जांच एसआईटी तेजी से कर रही है। एसआईटी की टीम ने मामले में पांच लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं। इनमें मृतक बच्ची के माता- पिता, दादी और दो अन्य महिलाएं शामिल हैं। पुलिस ने उस महिला के भी बयान लिए हैं, जिसने पुलिस आरोपी अतुल के घर से बदबू आने की सूचना दी थी। साथ ही पुलिस ने आरोपी अतुल भालसे, उसकी बहन चंचल और मां बसंती के मोबाइल फोन को फरीक्षण के लिए भेज दिया। इससे पता चलेगा कि घटना से पहले और घटना के बाद वे किस-किस के संपर्क में थे।
अब तक हुई मामले की जांच में आरोपी अतुल की बहन चंचल की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। उसके मोबाइल फोन से कई चौंकाने वाली चीजें सामने आईं है। उसके फोन में कई लड़कियों की तस्वीरें मिली हैं, इन तस्वीरों पर कुछ नंबर भी लिखे हुए हैं। इन फोटोज को चंचल के दो मोबाइल नंबरों से कई लोगों को वॉट्सऐप किया गया है। ऐसे क्यों किया गया है पुलिस हर एंगल से इसकी जांच कर रही है। इससे पहले मल्टी में रहने वाले कई लोगों ने भी बसंती और चंचल का व्यवहार संदिग्ध बताया है। हालांकि, पुलिस को अब तक उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम ने शनिवार को आरोपी अतुल भालसे के प्लैट की तलाशी ली थी, इस दौरान पुलिस को उसके घर खाली शराब की बोतलें मिली हैं। आरोपी अतुल और उसका परिवार खरगोन जिले का रहने वाला है। जहां, उसके खिलाफ छह केस दर्ज हैं। इसमें छेड़छाड़, चोरी, मारपीट और अड़ीवाजी की घटनाएं शामिल हैं। खरगोन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक और धारा 110 की कार्रवाई की थी। पुलिस की सख्ती के कारण वह करीब चार साल से अपने गांव नहीं गया था।
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी अतुल भालसे का परिवार पिछले 15 साल से भोपाल में रह रहा है। इस दौरान उन्होंने कई ठिकाने बदले हैं। शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र स्थित जिस मल्टी में अतुल ने दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम दिया, उसका परिवार वहां करीब सात महीने पहले ही रहने आया था। जबकि, आरोपी अतुल खुद करीब एक महीने पहले ही यहां आया था। अतुल का उसकी पत्नी से विवाद चल रहा है, मारपीट से तंग आकर वह बच्चों के साथ अपने मायके चली गई थी। दो साल से वह वहीं रह रही है। अतुल नशे का आदी है, वह नशा करके घर में ही पड़ा रहता था।
35 साल के आरोपी अतुल पिता अमर भालसे से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उसे 30 सितंबर तक रिमांड पर लिया है। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया और उस दिन हुए घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से बताया है। आरोपी ने कहा कि मंगलवार को नगर निगम की टीम फॉगिंग कर रही थी, जिसके कारण सभी लोग अपने-अपने फ्लैट में थे और उनके दरवाजे बंद थे। इसी बीच उसने बच्ची को ऊपर के फ्लैट से नीचे आते देखा, वह अपने फ्लैट की ओर गई, लेकिन उसके माता-पिता नहीं थे। इसी समय मौका देखकर उसने बच्ची को अपने फ्लैट में खींच लिया। उसके साथ दुष्कर्म किया तो उसकी तबीयत खराब होने लगी और वह चिल्लाने लगी। इससे वह घबरा गया, उसने पहले मुंह दबाकर उसे चुप कराया और फिर गला घोंट कर मार दिया।
भोपाल के शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र स्थित एक में मल्टी में रहने वाली पांच साल की बच्ची 24 सितंबर की दोपहर को लापता हुई। काफी तलाश के बाद वह नहीं मिली तो परिजनों ने अपहरण का केस दर्ज कराया। रात तक बच्ची का कुछ पता नहीं चला। अगले दिन पुलिस की टीमें बच्ची की तलाश में फिर जुटीं। मल्टी के सभी फ्लैट्स की तलाशी ली गई, आसपास के इलाके में सर्च किया गया। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। 26 सितंबर को मल्टी से लोगों को बदबू आना शुरू हुई, लोगों ने सभी फ्लैट में जाकर बदबू का कारण पूछा और जांच की।
लेकिन, जब लोग आरोपी अतुल के फ्लैट में पहुंचे तो उसकी बहन चंचल ने अंदर नहीं जाने दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस फ्लैट में पहुंची तो चंचल ने मरा हुआ चूहा दिखाकर कहा कि बदबू इसकी आ रही है। लेकिन, काफी देर तब बदबू नहीं गई तो पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस फ्लैट में अंदर घुसी और तलाशी के दौरान पानी की टंकी से बच्ची का शव बरामद किया था। पानी में पड़े रहने के कारण शव फूल गया था, जिसे टंकी काटकर निकाला गया था। शव को पीएम के बाद सीधे शमशान घाट ले जाया गया था, जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था। पीड़ित परिवार आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहा है।