नई दिल्ली : पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में वायु प्रदूषण अपने चरम पर है. कई शहर धुंध के चपेट में हैं. मुल्तान, लाहौर सहित कई शहर में एक्यूआई 2000 के पार कर चुका है. सुबह में एयर क्वालिटी मॉनिटर एजेंसी IQAir के अनुसार शनिवार की सुबह मुल्तान में AQI 2135 दर्ज की गई. पूरे इलाके में विजिबिलिटी बहुत कम हो चुकी है, हवाएं जहरीली हो चुकी हैं और सरकार लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दे रही है. लोगों को प्रदूषित हवा से बचाने के लिए सरकार कई तरह की उचित कदम उठा रही है. दिन चढ़ते ही प्रदूषण में होती है, फिर भी एक्यूआई गंभीर श्रेणी में बना हुआ है.

पाकिस्तान के पंजाब की राज्य सरकार हाई अलर्ट पर है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने आदेश जारी कर पार्कों, चिड़ियाघरों, खेल के मैदानों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. स्कूलों के बाद अब विश्वविद्यालयों को बंद करने पर विचार किया जा रहा है. सरकार सोमवार से विश्वविद्यालय बंद करने की फैसला ले सकती है.

पाकिस्तानी न्यूज पेपर डॉन के अनुसार, मुल्तान, लाहौर, ननकाना साहिब, गुजरांवाला, सियालकोट, फैसलाबाद, चिनियट और झंग जैसे शहरों में पार्कों, चिड़ियाघरों, खेल के मैदानों, स्मारकों, संग्रहालयों और खेल के मैदानों में लोगों के प्रवेश पर ‘पूर्ण प्रतिबंध’ लगा दिया गया है. शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पाकिस्तानी दंड संहिता की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी. वहीं, पंजाब में पहले ही 18 जिलों में सरकारी और निजी स्कूल पहले ही बंद कर दिए गए हैं.

पंजाब प्रांत ने भी गंभीर प्रदूषण से निपटने के लिए एक “स्मॉग वॉर रूम” बनाया है. वॉर रूम में आठ विभागों के कर्मचारी एक साथ काम करेंगे. इसमें एक व्यक्ति को कृषि अपशिष्टों को जलाने से लेकर यातायात प्रबंधन तक के कार्यों की देखरेख का काम सौंपा जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि दिन में दो बार होने वाले मिटिंग में प्रदूषण से लड़ने के प्रयासों के बारे में जानकारी देने के लिए डेटा और पूर्वानुमानों का विश्लेषण किया जाएगा. कृत्रिम वर्षा कराने पर भी विचार किया जा रहा है.

लाहौर में भी वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है. शनिवार को 12 बजे दिन में शहर में वायु गुणवत्ता 1000 दर्ज की गई. IQAir के अनुसार, मुल्तान में रात 10 बजे तक AQI 980 तक पहुंच गया, जो “खतरनाक” माने जाने वाले 300 अंक से कम से कम तीन गुना अधिक था. वहीं, रात 10 बजे तक शहर के WWF-पाकिस्तान कार्यालय में 2316, शम्साबाद कॉलोनी में 1635 और मुल्तान छावनी में 1527 एक्यूआई दर्ज किया गया.