केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के विस्तार के लिए दो नई बटालियनों के गठन को हरी झंडी दी है। इस निर्णय के बाद बल की क्षमता को और बढ़ाने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करने में काफी मदद मिलेगी। खास बात यह है कि इस निर्णय के बाद 2000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

इस मंजूरी के बाद, CISF की कुल ताकत अब 2 लाख कर्मियों तक पहुंच जाएगी। यह निर्णय बल पर बढ़ते दायित्वों और सुरक्षा आवश्यकताओं को देखते हुए लिया गया है। दो नई बटालियनों के गठन के साथ बल की कार्यक्षमता में सुधार होने की उम्मीद है।

गृह मंत्रालय के इस कदम से कुल 2050 नए पदों का सृजन होगा। इनमें प्रत्येक बटालियन में 1025 पद होंगे। इससे न केवल बल की ताकत बढ़ेगी, बल्कि कर्मियों के बीच काम के दबाव को भी कम किया जा सकेगा।

CISF के महानिरीक्षक अजय दहिया ने कहा, “नई बटालियनों के गठन से मौजूदा कर्मियों पर काम का दबाव कम होगा और उन्हें अधिक छुट्टियां और साप्ताहिक अवकाश के अवसर प्राप्त होंगे।”

हाल ही में CISF में महिला बटालियन के गठन को भी स्वीकृति दी गई थी। वर्तमान में बल में महिलाओं की भागीदारी केवल 7% है। महिला बटालियन के गठन का उद्देश्य बल में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है और महिलाओं की संख्या में वृद्धि करना है।

CISF का यह विस्तार, बढ़ते औद्योगिक और राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इसके साथ ही, यह कदम रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगा। नई बटालियनों के गठन से बल को न केवल अतिरिक्त शक्ति मिलेगी, बल्कि सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने में मदद मिलेगी। यह निर्णय CISF की कार्यक्षमता और कर्मियों के कल्याण दोनों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।