नोएडा।  रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर करोड़ों की सरकारी जमीन बेचने वाले दिल्ली पुलिस के बर्खास्त सिपाही को नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कोतवाली फेज थ्री पुलिस ने सोमवार को गढ़ी चौखंडी से आरोपी को पकड़ा है। आरोप है कि आरोपी ने नोएडा से लेकर एनसीआर के कई शहरों में सरकारी जमीन को बेचा है। पुलिस उन सरकारी जमीनों का पता लगा रही है जिनकी बिक्री आरोपी ने की है। पुलिस इसके साथी प्रॉपर्टी डीलरों का भी पता लगा रही है।

नोएडा सेंट्रल के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया, कोतवाली फेज थ्री पुलिस ने सरकारी जमीनों को बेचने वाले आरोपी गढ़ी चौखंडी निवासी शंभूनाथ मिश्रा को गिरफ्तार किया है। शंभूनाथ मिश्रा (55) पहले दिल्ली पुलिस में सिपाही पद पर तैनात था। शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज फर्जी पाए जाने पर उसे बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद वह प्रॉपर्टी डीलर का काम करने लगा और अपने आप को रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर अन्य प्रॉपर्टी डीलरों से संपर्क किया। आरोपी ने नोएडा व एनसीआर की डूब क्षेत्र की जमीन और नोएडा प्राधिकरण की अधिगृहीत जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करने लगा और अपने साथियों के साथ बेचने लगा। इन जमीनों का अन्य जनपदों से जीपीए कराकर बेच देता था। वह खुद सामने नहीं आता था। साथियों को आगे रखता था। साथियों को ही जमीन का असली मालिक बनाकर मोटी रकम वसूल कर आर्थिक लाभ कमाता था। कभी भी जब कोई फर्जीवाड़े की शिकायत करने आता था तब खुद को रिटायर्ड डिप्टी एसपी बताकर बात करता था और सिविल का केस बताकर टरका देता था।

पुलिस की जांच में पता चला कि नोएडा-ग्रेनो में इसकी नजर प्राधिकरण व डूब क्षेत्र की जमीनों पर होती थी। आरोपी प्लाट के विक्रेता के स्थान पर दूसरी महिला को खड़ा कर देता था। महिला की रजिस्ट्री पेपर पर फोटो लगाता था। वहीं, गवाहों व खरीदारों का फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। इसके बाद प्लॉट बेच देता था।

पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी शंभूनाथ मिश्रा एक अगस्त 1986 को दिल्ली पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुआ था। उसने 18 साल तक दिल्ली पुलिस में नौकरी की और वर्ष 2004 में इसकी शिकायत हुई। 2004 में पहले निलंबित किया गया और बाद में बर्खास्त कर दिया गया था। इस मामले में दिल्ली के मुखर्जी नगर थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया था।

नोएडा पुलिस से जगमोहन ने शिकायत की थी कि गढ़ी चौखंडी गांव में जमीन देने के नाम पर उसके साथ 14 लाख रुपये की ठगी हुई है। मामले की जांच में पहले दूसरे प्रॉपर्टी डीलरों के बारे में पता चला। जांच आगे बढ़ी तब शंभूनाथ मिश्रा का नाम सामने आया। पता चला कि यह सेक्टर-121 में प्रॉपर्टी डीलर संजय शर्माके साथ काम करता है। इसके बाद इसे गिरफ्तार किया गया।