नई दिल्ली : 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 93 सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) के कर्मियों को वीरता पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है, जिनमें से 11 को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है। इन पुरस्कारों में दो कीर्ति चक्र और 14 शौर्य चक्र शामिल हैं, जो शांतिकाल के दौरान असाधारण साहस दिखाने के लिए देश के दूसरे और तीसरे सबसे बड़े सम्मान माने जाते हैं। यह घोषणा रक्षा मंत्रालय ने 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की। इसके अलावा, एक बार टू सेना मेडल (गैलेंट्री), 66 सेना मेडल (गैलेंट्री), आठ वायु सेना मेडल (गैलेंट्री) और दो नौ सेना मेडल (गैलेंट्री) भी शामिल हैं।

राष्ट्रपति ने 305 सैन्य अलंकरणों को भी मंजूरी दी है, जिनमें 30 परम विशिष्ट सेवा मेडल, पांच उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 57 अति विशिष्ट सेवा मेडल, 10 युद्ध सेवा मेडल, एक बार टू सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 43 सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 15 वायु सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), आठ नौ सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), चार बार टू विशिष्ट सेवा मेडल और 132 विशिष्ट सेवा मेडल शामिल हैं।

घोषित किए गए पुरस्कारों में एक कीर्ति चक्र और तीन शौर्य चक्र मरणोपरांत दिए जाएंगे। कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र को युद्धकालीन महावीर चक्र और वीर चक्र के समकक्ष माना जाता है। सात सेना मेडल (गैलेंट्री) भी मरणोपरांत प्रदान किए जाएंगे।

मरणोपरांत सम्मानित वीर
घोषित किए गए पुरस्कारों में एक कीर्ति चक्र और तीन शौर्य चक्र मरणोपरांत दिए जाएंगे। कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र को युद्धकालीन महावीर चक्र और वीर चक्र के समकक्ष माना जाता है। सात सेना मेडल (गैलेंट्री) भी मरणोपरांत प्रदान किए जाएंगे।

कीर्ति चक्र पाने वाले दो बहादुर हैं:
नायक दिलवार खान (28 राष्ट्रीय राइफल्स) (मरणोपरांत)

मेजर मंजीत (22 राष्ट्रीय राइफल्स)

दोनों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में बहादुरी का प्रदर्शन किया।

शौर्य चक्र सम्मानित
मेजर आशीष दहिया (50 राष्ट्रीय राइफल्स)

मेजर कुणाल (1 राष्ट्रीय राइफल्स)

मेजर सतेंद्र ढांगर (4 राष्ट्रीय राइफल्स)

कैप्टन दीपक सिंह (48 राष्ट्रीय राइफल्स) (मरणोपरांत)

सहायक कमांडेंट एशेंथुंग किकॉन (4 असम राइफल्स)

सुबेदार विकास तोमर (1 पैरा स्पेशल फोर्सेस)

सुबेदार मोहन राम (20 जाट रेजिमेंट)

हवलदार रोहित कुमार (डोगरा रेजिमेंट) (मरणोपरांत)

हवलदार प्रकाश तमांग (32 राष्ट्रीय राइफल्स)

फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमन सिंह हंस

कॉर्पोरल डाभी संजय हिफ्फाभाई ईसा

OEM ग्रेड-1 विजयन् कुट्टी जी (सीमा सड़क संगठन) (मरणोपरांत)

सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट विक्रांत कुमार

सीआरपीएफ इंस्पेक्टर जेफ्री ह्मिंगचुल्लो

इन पुरस्कारों में शामिल हैं:
2 कीर्ति चक्र, जिनमें से एक मरणोपरांत।

14 शौर्य चक्र, जिनमें से तीन मरणोपरांत।

1 बार टू सेना मेडल (गैलंट्री)।

66 सेना मेडल, जिनमें से सात मरणोपरांत।

2 नौसेना मेडल (गैलंट्री)।

8 वायु सेना मेडल (गैलंट्री)।

इसके अलावा, राष्ट्रपति ने 305 रक्षा अलंकरणों को भी मंजूरी दी है, जो सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों को प्रदान किए जाएंगे। इन अलंकरणों में शामिल हैं: