शहर में होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने व अपराधियों को पकड़वाने में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर मददगार साबित हो रहा है। पुलिस ने ऐसे ही 126 आपराधिक प्रकरणों का सफल अनावरण करने व अपराधियों पर शिकंजा कसने में सफलता पायी है। एसएसपी ने कंट्रोल सेेंटर में कार्यरत कर्मचारियों की उल्लेखनीय सेवाओं को सराहते हुए उन्हें 25 हजार रुपये की नकद प्रोत्साहन धनराशि देकर सम्मानित किया है।

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से शहर क्षेत्र में होने वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों व आपराधिक घटनाओं की सतत निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि शहर में हुई 126 आपराधिक घटनाओं के अनावरण में इस सेंटर की महत्वपूर्ण भूमिका है। एक मार्च 2021 से 28 फरवरी 2022 तक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ने यातायात नियमों के उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ विधिक कार्रवाई के साथ ही विभिन्न प्रकार की आपराधिक गतिविधियों व घटनाओं में अपराधियों को चिह्नित कर घटनाओं का अनावरण कर अपराधियों पर नकेल कसने में प्रभावी भूमिका निभाई है। इसकी मदद से शातिर अपराधियों को जेल भेजा जा सका है।

इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ने हत्या के तीन, मोबाइल फोन, चेन लूट के 12, सवारियों से लूटपाट व लूट के 14, वाहन चोर गिरोह, फर्जी आरसी तैयार कर बेचने के तीन, चोरी के तीन, वाहन चोरी के 28, वाहनों से रुपये चोरी करने का एक, दोषपूर्ण नंबर प्लेट के 10, एटीएम बदलकर फ्रॉड करने का एक, लूट, चोरी, अपहरण, सड़क दुर्घटना में प्रयुक्त 17 वाहनों के नंबर थाने पर उपलब्ध कराए गए, सात वाहनों के नंबर संशोधित कराए गए। ऑपरेशन खुशी के तीन मामले, यूनिक नंबर के आधार पर चार सवारियों का सामान वापस कराने का काम किया है। इसके अलावा जेब कतरा गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ने व 18 अन्य मामलों में पुलिस की मदद कर अपराधियों को पकड़वाने में सहयोग किया।
ये हुए सम्मानित

उपनिरीक्षक धीरेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल दीवान सिंह, मोहम्मद निजामुद्दीन खां, कांस्टेबल रोहित कुमार, विकास कुमार, पोखन सिंह, प्रिंस कुमार, हेमंत कुमार, विपिन यादव आदि।