देहरादून। विधानसभा चुनाव के 23 दिन बाद आज उत्तराखंड में सभी 70 विधानसभा सीटों के चुनाव नतीजे आएंगे। इसके साथ ही यह भी साफ हो जाएगा कि इस बार सत्ता की बागडोर किस दल के हाथों में आएगी। इसके लिए मतगणना शुरू हो चुकी है।
तेजी से बदल रहे रुझान
उत्तराखंड में समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। यहां भाजपा 8 और कांग्रेस 4 सीटों पर आगे है।
कांग्रेस-भाजपा में कांटे की टक्कर
शुरुआती रुझानों में भाजपा कांग्रेस में कांटे की टक्कर दिख रही है। यहां भाजपा-कांग्रेस 5-5 सीट पर आगे हैं।
भाजपा चल रही आगे
शुरुआती रुझानों में अब भाजपा बढ़त बनाती दिख रही है। अब भाजपा 5 सीट, कांग्रेस 4 सीट और अन्य दल 2 सीटों पर आगे हैं।
तेजी से बदल रहे रुझान
तेजी से बदलते रुझानों में अब भाजपा 2 सीट, कांग्रेस 4 सीट और अन्य दल एक सीट पर आगे हैं।
शुरुआती रुझान कांग्रेस के पक्ष में
शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी की एक सीट, कांग्रेस तीन सीट और अन्य 1 सीट पर आगे हैं।
भाजपा ने बनाई एक सीट पर बढ़त
उत्तराखंड में रुझानों में भाजपा ने एक सीट पर बढ़त बना ली है।
यमुनोत्री में होगी 18 राउंड ईवीएम काउंटिंग
यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र के 176 बूथों के लिए ईवीएम की 18 राउंड काउंटिंग होगी। यह जानकारी रिटर्निंग ऑफिसर मीनाक्षी पटवाल ने दी है।
मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती शुरू
उत्तराखंड के तमाम मतगणना केंद्रों पर मतों की गिनती शुरू हो चुकी है। सबसे पहले पोस्टल बैलट के वोट गिने जा रहे हैं।
अल्मोड़ा होटल मैनेजमेंट में जुटे कर्मचारी
अल्मोड़ा होटल मैनेजमेंट में मतगणना के लिए कर्मचारी जुट गए हैं। यहां भी आठ बजे से मतगणना शुरू होगी। इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हर गेट पर चेकिंग की जा रही है। इस बीच डीएम एसएसपी व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।
महाराणा स्पोर्ट्स कॉलेज के बाहर लगी नेताओं की भीड़
देहरादून महाराणा स्पोर्ट्स कॉलेज के बाहर लगी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं की भीड़। कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना भी पहुंचे।
मतगणना केंद्रों पर चेकिंग शुरू
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मतगणना स्थल पर चेकिंग शुरू। वहीं पिथौरागढ़ जिले के चार केंद्रों पिथौरागढ़, डीडीहाट, गंगोलीहाट और धारचूला में मतगणना होगी। विधानसभा चुनाव की मतगणना कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 8.00 बजे शुरू होगी। मतगणना कार्मिक अपने-अपने विधानसभा में गणना के लिए पहुंच चुके हैं।
राज्य में कुल 65.37 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं ने 67.20 प्रतिशत मतदान किया। जबकि पुरुषों ने 62.60 प्रतिशत मतदान किया।
किस चुनाव में किसकी दल की सरकार
2002- कांग्रेस(पूर्ण बहुमत 36)
2007- भाजपा(गठबंधन सरकार पूर्ण बहुमत नहीं 34)
2012- कांग्रेस(गठबंधन सरकार, पूर्ण बहुमत नहीं 32)
2017- भाजपा (प्रचंड बहुमत 57)
जिसने संभाली शिक्षा मंत्री की कुर्सी, नहीं जीता चुनाव
उत्तराखंड के सियासी इतिहास में जिस विधायक ने भी शिक्षा मंत्री की कुर्सी संभाली है, अगली बार वह चुनाव नहीं जीता पाया है। इस बार शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय गदरपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। लोगों में इस बात की उत्सुकता है कि क्या वे इस मिथक को तोड़कर जीत हासिल कर पाएंगे। क्योंकि, इससे पहले शिक्षा मंत्री रहे तीरथ सिंह रावत, नरेंद्र भंडारी, गोविंद सिंह बिष्ट, खजानदास, मंत्री प्रसाद नैथानी भी चुनाव हार गए थे।
सीएम धामी जीत हासिल कर तोड़ पाएंगे मिथक
उत्तराखंड की राजनीति में एक बड़ा मिथक यह है कि पिछले चार चुनावों में मुख्यमंत्री चुनाव नहीं जीते हैं। राज्य गठन के बाद वर्ष 2002 में पहला आम चुनाव हुआ। इसमें कांग्रेस से नारायण दत्त तिवारी सीएम बने, लेकिन वर्ष 2007 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। 2007 में भाजपा के मेजर जनरल (सेनि) बीसी खंडूड़ी सीएम बने। उन्हें वर्ष 2012 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। 2012 में कांग्रेस फिर सत्ता में आई और विजय बहुगुणा सीएम बने, लेकिन उन्होंने 2017 का चुनाव नहीं लड़ा। बहुगुणा के बाद सीएम बने हरीश रावत ने किच्छा और हरिद्वार से चुनाव लड़ा। वे दोनों ही सीटों से चुनाव हार गए थे। वर्तमान भाजपा सरकार के कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ही खटीमा से चुनाव मैदान में हैं।