नई दिल्ली. प्रथम पूजनीय भगवान गणेश की पूजा में दूर्वा का बुहत महत्व है. कहा जाता है कि गणपति जी की पूजा बिना दूर्वा के अधूरी मानी जाती है. भगवान गणेश की आराधना में दूर्वा चढ़ाने से सभी तरह विघ्न दूर हो जाते हैं और घर में सुख शांति बनी रहती है. जो दूर्वा गणेश जी को प्रिय है उसे बालतृणम कहा जाता है. बुधवार के दिन कोमल दूर्वा गणेश जी को अपर्ण करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. शास्त्र में दूर्वा के कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाने से कई समस्याएं दूर हो जाएंगी. आइए जानते हैं दूर्वा के उपाय
कड़ी मेहनत के बाद कमाया धन अगर हाथ में नहीं टिक रहा है तो दूर्वा का ये उपाय आपको आर्थिक तंगी से बचा सकता है. धन संचय के लिए भगवान गणेश और माता लक्ष्मी को कोई शुभ मुहूर्त या फिर गणेश चतुर्थी के दिन पांच दूर्वा में 11 गांठे लगाकर चढ़ाएं. मान्यता है कि ऐसा करने से पैसों से संबंधित समस्याओं का निवारण शीघ्र हो जाता है.
मान्यता है कि लंबे समय से कोई काम पूरा नहीं हो पा रहा है तो दूर्वा को गाय के दूध में मिलकर उसका लेप बनाएं. माथे पर उसका तिलक लगाएं इससे आपकी मनोकमना जल्द ही पूरी हो सकती है.
परिवार में अपनापन बना रहे, घर की सुख-शांति भंग न हो इसके लिए बुधवार के दिन गाय को दूर्वा की हरी घास खिलाना शुभ माना जाता है.
बुधवार के दिन भगवान गणेश को 11 या 21 दूर्वा चढ़ाने से धन का आगमन होता है. याद रहे कि दूर्वा हमेशा जोड़े में अर्पित करें.