नई दिल्ली. सावन का माह काफी शुभ माना जाता है। जहां एक ओर इस पूरे माह में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इसके साथ ही यह पूरा माह वैवाहिक जीवन के लिए काफी खास होता है। क्योंकि इसी माह में हरियाली तीज पड़ती है जिसमें पत्नी अपने पति की लंबी और सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती है। सुहागिन ही नहीं अपितु कुंवारी कन्याएं भी इस व्रत को करके मनचाहा वर पा सकती हैं। पंचांग के अनुसार, सावन माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज का त्योहार मनाया जाता है। अगर कुंवारी कन्याएं व्रत रख रही हैं, तो जानिए हरियाली तीज व्रत की पूजन विधि।

कुंवारी कन्याओं को हरियाली तीज व्रत रखने का आशय है कि जिस रह से नाता पार्वती से कठोर तपस्या के साथ इस व्रत को करके भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त किया। उसी तरह कुंवारी कन्याएं भी श्रद्धाभाव के साथ इस व्रत को रखकर मनभावन पति पा सकती हैं। इसके साथ ही किसी कारण विवाह में आ रही अड़चन से भी छुटकारा पा सकती हैं।

  • कुंवारी कन्याएं इस दिन जल्दी उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करके वस्त्र धारण कर लें।
  • इस दिन हरे रंग का वस्त्र धारण करना शुभ होता है
  • भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करके हुए व्रत का संकल्प लें।
  • अब आप निर्जला व्रत किसी कारण नहीं पा रही हैं, तो फलाहार रख सकती है।
  • दिनभर शिव के मंत्रों का जाप करें। इसके साथ ही शिव पुराण का पाठ करें।
  • पूजा के दौरान माता पार्वती को सोलह श्रृंगार के साथ सिंदूर भी चढ़ाएं।
  • भोग में खीर अर्पित करना शुभ होगा।
  • शाम के समय दोबारा भगवान शिव और पार्वती की पूजा करें।
  • रात में चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही भोजन ग्रहण करें।