नई दिल्ली : अब एक नया फ्रॉड सामने आया है जो यूजर के साथ तब हुआ जब वो ऑनलाइन पैन कार्ड के लिए अप्लाई कर रहा था। कानपुर का एक बुजुर्ग व्यक्ति अपने परपोते के लिए ऑनलाइन पैन कार्ड कर रहा था और इस समय धोखेबाजों ने उन्हें 7.7 लाख रुपये का चूना लगा दिया।

भारत इस समय डिजिटल दौर से गुजर रहा है। किराने का सामान ऑर्डर करने से लेकर आधार और पैन जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपडेट करने तक हर सेवा अब ऑनलाइन उपलब्ध है। यही वजह है कि स्कैमर्स धोखा देने के नए तरीके ढूंढ लेते हैं। अब एक नया फ्रॉड सामने आया है जो यूजर के साथ तब हुआ जब वो ऑनलाइन पैन कार्ड के लिए अप्लाई कर रहा था। कानपुर का एक बुजुर्ग व्यक्ति अपने परपोते के लिए ऑनलाइन पैन कार्ड कर रहा था और इस समय धोखेबाजों ने उन्हें 7.7 लाख रुपये का चूना लगा दिया।

यह घोटाला तब हुआ जब सर्वोदय नगर के नवशील मोती विहार निवासी पीड़ित सुरेश चंद्र शर्मा अपने परपोते कनिष्क पांडे, जो UAE में रहते हैं उसने के लिए पैन कार्ड अप्लाई करने का प्रयास कर रहे थे। 10 नवंबर को शर्मा ने पैन अप्लाई करने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया इस दौरान उनके साथ फ्रॉड हुआ धोखेबाजों ने आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के बहाने उसके आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंकिंग डिटेल्स मांगीं और उन्हें चूना लगा दिया।

दो धोखाधड़ी वाले लेनदेन कर उन्होंने 1,40,071 रुपये और 6,30,071 रुपये निकाले, जिससे कुल 7.7 लाख रुपये का नुकसान हुआ। अपने खातों से पैसे कटने के बाद बुजुर्ग व्यक्ति को धोखाधड़ी का एहसास हुआ।

ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए जान लें ये 4 बातें

ऑनलाइन फ्रॉड से सुरक्षित रहने के लिए करें ये उपाय:

– हमेशा वेबसाइटों या ग्राहक सेवा नंबरों की प्रामाणिकता की दोबारा जांच करें। पैन कार्ड से संबंधित सेवाओं के लिए एनएसडीएल या यूटीआईआईटीएसएल जैसे आधिकारिक सरकारी पोर्टल का उपयोग करें।

– आधार या पैन कार्ड डिटेल और बैंकिंग क्रेडेंशियल जैसी संवेदनशील जानकारी किसी व्यक्ति या प्लेटफार्मों के साथ साझा न करें।

– ग्राहक सहायता का दावा करने वाली अनचाही कॉल या संदेशों से सावधान रहें।

– संदेह की स्थिति में या यदि आप किसी घोटाले का शिकार हो जाते हैं, तो पुलिस या साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल – cybercrime.gov.in पर इसकी की रिपोर्ट करें।