शामली। गाजर के दाम गिरने पर किसान मायूस है। अब हजारों एकड़ में लगी गाजर की फसल किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है। गाजर वर्तमान में पांच से लेकर आठ रुपये किलो किसानों से खरीदी जा रही है।क्षेत्र के करीब दर्जनभर से अधिक गांवों में हजारों एकड़ में गाजर की फसल है। इस बार किसानों के लिए गाजर घाटे का सौदा बन रही है। बाहरी क्षेत्रों से मंडी में गाजर आने से दाम बेहद कम होने से किसान परेशान हैं। हाल ये है कि किसानों के खेतों में खड़ी गाजर फसल के खरीदार नहीं है।
बताया गया कि राजस्थान से आने वाली गाजर के चलते यहां दाम पांच से आठ रुपये प्रति किलो रह गए हैं। जलालाबाद में अर्जुन रावड़ा, सोमपाल सैनी, सोहनलाल सैनी, आसिफ चौधरी, मुकेश आदि ने बताया की गाजर आठ से 10 हजार रुपये प्रति बीघा बिक रही है, जबकि 20 हजार रुपये प्रति बीघा फसल में खर्च आ रहा है। जिसमे बुआई, खाद, पानी, जुताई, लेबर आदि खर्च होता है। परंतु गाजर का भाव न मिलने से किसान परेशान है।