राशियों द्वारा इंसान के भविष्य, व्यक्तित्व और उनकी आदतों के बारे में जाना जा सकता है। राशियों से व्यक्ति के अंदर के गुण व दोष के बारे में पता लगाया जा सकता है। राशियों के माध्यम से हम आपको ये बताएंगे कि किन राशियों के बच्चे सबसे ज्यादा नटखट होते हैं। क्योंकि माता-पिता के रूप में बच्चे की सुरक्षा और उनकी मानसिक शांति के बारे में चिंतित रहते हैं। लेकिन क्या होगा यदि अपना बच्चा ही अन्य बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बाधित कर रहा हो। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राशियों के माध्यम से यह जानकारी मिल सकती है कि आपका बच्चा कैसा व्यवहार करता है और उसका व्यक्तित्व कैसा है। आइए जानते हैं किन राशियों के बच्चे सबसे ज्यादा नटखट होते हैं…

मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं इसलिए इस राशि के बच्चे काफी तेज और महत्वाकांक्षी होते हैं। कोई भी काम करने से पहले ये ज्यादा सोचते नही हैं बल्कि उसको अंजाम दे देते हैं। उनमें जल्दबाजी में निर्णय लेने और दूसरों पर अपनी निराशा व्यक्त करने की भारी संभावना होती है। इन राशि के बच्चों को किसी भी तरह के उकसावे की जरूरत नहीं होती है, बल्कि जब भी उन्हें असुविधा महसूस होता है तो खुद ही कार्रवाई कर देते हैं। जब चीजें इनके अनुसार नहीं होती हैं या फिर उनके अनुरोध व आदेश को इन अनुसार स्वीकार नहीं किया जाता, तो ये अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाते।

वृषभ राशि के स्वामी शुक्र देव हैं इसलिए इस राशि के बच्चे बुलंद हौंसले वाले और जिद्दी व्यक्तित्व वाले होते हैं। हालांकि इस राशि के बच्चे की दुनिया से अलग-थलग रहना पसंद करते हैं, लेकिन उन्हे यह लगे कि इस व्यक्ति से उनको खतरा है, तभी वे मामलों को अपने हाथ में लेते हैं और अन्य बच्चों के लिए आक्रामक स्वभाव अपना लेते हैं। इस राशि के बच्चे सोचते हैं कि शरारत और प्रैंक के जरिए, वह लोगों को हंसाने में कामयाब होंगे लेकिन यह दूसरे बच्चों के लिए उल्टा काम कर जाता है।

मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं इसलिए इस राशि के बच्चे प्रतिभाशाली होने के साथ साथ जिज्ञासु आत्मा के होते हैं। ये बातचीत करने में माहिर होते हैं और अपनी राय को दूसरों पर थोपना पसंद करते हैं। जब ये शरारत करते हैं तब आगे पीछे नहीं देखते बल्कि अपनी मस्ती के चक्कर में सामने वाले को परेशान कर देते हैं। हालांकि मन इनका एकदम साफ होता है और अपने आसपास के लोगों को बोर नहीं करते। लेकिन जब कोई इनको परेशान करते हैं, तब यह अपनी राशि चिन्ह की तरह दूसरा रूप धारण कर लेते हैं।

धनु राशि के स्वामी गुरु ग्रह हैं इसलिए इस राशि के बच्चे मौज-मस्ती करने और उत्साही व्यक्तित्व वाले होते हैं। ये ज्यादातर दूर के और करीबियों के साथ ही ज्यादा शरारत करते हैं लेकिन अनजान लोगों के सामने खुद कंट्रोल में रखते हैं। इनका दिल काफी बड़ा होता है इसलिए इनकी शरारत के पीछे कोई भी बुरी भावना नहीं होती है। धनु राशि वाले बच्चे कहीं भी रहें जैसे स्कूल, घर या दोस्तों के साथ तब यह शरारत करने में सबसे आगे रहते हैं, जिसकी वजह से दूसरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

मीन राशि के स्वामी भी देव गुरु बृहस्पति हैं इसलिए इस राशि के बच्चे किसी भी काम में अपने आपको सबसे आगे रखते हैं। ये अपना काम खुद करना पसंद करते हैं लेकिन जब इनके किसी काम में किसी ने सवाल उठा दिया या फिर काम में अड़ंगा डाल दिया तो फिर दूसरों के लिए परेशानी बन जाते हैं। ये हमेशा मौज मस्ती और नटखट वाली हरकतों से बाज नहीं आते। वे दूसरों की भावनाओं और संवेदनाओं के प्रति अत्यधिक असंवेदनशील हो सकते हैं लेकिन प्यार से इनको जीता जा सकता है।

नोट : यह तमाम जानकारी जनरुचि को ध्यान में रखकर दी जा रही है, ज्योतिष और धर्म के उपाय और सलाहों को अपनी आस्था और विश्वास पर आजमाएं। कंटेंट का उद्देश्य मात्र आपको बेहतर सलाह देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।

“पराग शर्मा धार्मिक विषयों और रेमेडियल ज्योतिष पर 7 साल से भी अधिक समय से काम कर रहे हैं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, अंक ज्योतिष, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर इन्होंने गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से यह प्रतिकूल ग्रह दशाओं और परेशानी में चल रहे लोगों को उचित सलाह देकर उन्हें संकट से निकलने में मदद करते हैं। खाली समय में राजनीतिक और धार्मिक विषयों पर अध्ययन और चिंतन करना पराग को बहुत पसंद है। शोर शराबे की बजाय एकांत में ध्यान करना भी पसंद है, इसलिए जब कभी भी पराग को खाली एकांत समय मिलता है, आत्मचिंतन करते हैं और कहानी एवं कविताएं लिखते हैं।”