शामली। फरियादियों की समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित किया जाने वाला संपूर्ण समाधान दिवस मजाक बनकर ही रह गया है। जिले की तीनों तहसीलों पर शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किया गया। शामली और ऊन में जहां कुछ अधिकारी फरियादियों की समस्याएं सुनने के बजाए मोबाइल में व्यस्त नजर आए। वहीं, कैराना में तीन अधिकारी नदारद रहे, जिनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।
शामली तहसील में एडीएम संतोष कुमार, सीओ सिटी, एसडीएम और तहसीलदार फरियादियों की समस्याएं सुन रहे थे। दोपहर करीब 12 बजे महिला समेत अन्य अधिकारी मोबाइल पर व्यस्त नजर आए। कुछ फरियादियों ने कहा कि कई माह से वे समस्याओं के समाधान के लिए चक्कर ही काट रहे हैं, मगर सुनवाई नहीं हो पा रही है।
ऊन में संपूर्ण समाधान दिवस जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें कुल 47 शिकायतें मिली। जिनमें से चार शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। समाधान दिवस में जहां फरियादियों की समस्याएं सुननी थी बजाए इसके कुछ अधिकारी मोबाइल फोन में ही व्यस्त रहे।
कैराना में सीडीओ की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में 20 शिकायतों में से दो शिकायतों का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। यहां कुछ अधिकारी नदारद भी रहे। गैर हाजिर तीन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। शनिवार को तहसील सभागार में सीडीओ विनय कुमार तिवारी की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया।
संपूर्ण समाधान दिवस से नदारद रहने वाले कर्मचारियों से जवाब-तलब किया जाएगा। मोबाइल में व्यस्त रहने वालों को भी चेतावनी दी जाएगी। सभी को निर्देश दिए गए है कि दिवस में प्राथमिकता से फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया जाए। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।