नई दिल्ली. संहार के देवता कहे जाने वाले भगवान भोलेनाथ महादेव शिव शंभू को प्रसन्न करने के लिए सोमवार का दिन खास माना जाता है. माना जाता है कि सोमवार को व्रत और पूजन करने से महादेव प्रसन्न होते हैं, अपने भक्तों के प्रति उदार भाव रखने वाले महादेव की सच्चे मन से पूजा की जाए तो वे आसानी से प्रसन्न होते हैं, इसलिए उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है. मान्यता है भोले शंकर जितनी आसानी से मान जाते हैं उनका क्रोध भी उतना ही खतरनाक है. भगवान भोलेनाथ के भक्त सोमवार को उनकी आराधना करते हैं, हालांकि भगवान को प्रसन्न करना है कि इस दिन कुछ ऐसे काम भी हैं जो बिल्कुल नहीं करने चाहिए.

सोमवार के दिन जो भक्त अपने आराध्य शिव शंकर की पूजा करते हैं उनके लिए सबसे अहम है कि वे ईश्वर पर पूरा यकीन रखें. किसी भी प्रकार का अविश्वास मन में न लाएं. माना जाता है कि सच्चे मन और श्रद्धा से शिव शंकर को पूजे तो वे हर मनोकामना पूरी करते हैं. सोमवार को भोलेनाथ की पूजा करने वाले भक्तों को कुछ ऐसे काम बिल्कुल नहीं करने चाहिए जो वर्जित हैं. माना जाता है कि सोमवार को ये दो काम करने से शिव शंभू रूठ जाते हैं.

काले कपड़े बिल्कुल न पहनें

भोलेनाथ के भक्त सोमवार को पूजा के दौरान काले कपड़े बिल्कुल न पहनें. मान्यता है ये रंग ना तो भोलेनाथ को पसंद है और ना ही माता पार्वती को भाता है. सोमवार की पूजा के लिए सफेद वस्त्र सबसे बेहतर हैं. अगर सफेद रंग के कपड़े उपबंध नहीं हैं तो आप हरे, केसरिया, लाल, पीला या हल्के आसमानी रंग के कपड़े पहन सकते हैं, लेकिन काले रंग का कोई भी वस्त्र आपके शरीर पर पूजा के दौरान नहीं होना चाहिए, इस बात का ध्यान जरूर रखें.

शिव शंभू को न चढ़ाए ये चीजें

शिवजी को बेलपत्र बहुत पसंद हैं, उनकी पूजा में इसका इस्तेमाल जरूर होता है. हालांकि कुछ ऐसे फूल और पत्ती है जो भोलेनाथ को नहीं चढ़ाए जाते. माना जाता है कि भोलेनाथ की पूजा के दौरान केतकी के फूल और तुलसी पत्ते नहीं चढ़ाए जाते हैं. तुलसी भोलेनाथ के साथ ही भगवान गणेश को भी नहीं चढ़ानी चाहिए.