कोटा, राजस्थान के रहने वाले वीरेंद्र कुमार मीणा ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 883वीं रैंक हासिल की है. यह उनका चौथा अटेंप्ट था जिसमें उन्हें सफलता मिली है. इससे पहले वे तीन पर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बैठ चुके हैं लेकिन तीनों बार निराशा हाथ लगी. फिर भी वीरेंद्र मीणा ने हिम्मत नहीं हारी, वे लगातार तैयारी कर रहे और चौथी बार में देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन माने जाने वाली यूपीएससी परीक्षा क्रैक की. इसके पीछे उनका धैर्य और हार न मानने वाला जज्बा ही था जिसकी वजह से उन्हें यह सफलता मिली है.

वीरेंद्र मीणा इंजीनियरिंग में करियर बनाना चाहते थे लेकिन 12वीं क्लास में प्राप्त अंकों की वजह से आईआईटी में एडमिशन नहीं मिला पाया. 12वीं बोर्ड परीक्षा में उन्हें 62% नंबर मिले थे, जिसकी वजह से स्टेट कॉलेज में एडमिशन लेना पड़ा. साल 2019 में बीटेक कंप्लीट हो गई लेकिन रोजगार का कोई पुख्ता रास्ता नजर नहीं आ रहा था. तब साल 2019 से उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और अब 2022 की यूपीएससी परीक्षा में उन्होंने 883वीं रैंक हासिल की है.

कोटा को देश में शिक्षा की काशी कहा जाता है, कोटा में कोचिंग संस्थानों की भरमार है, जहां लाखों उम्मीदवार अपना घर छोड़कर करियर बनाने का सपना लेकर आते हैं. वहीं कोटा में रहने के बावजूद वीरेंद्र मीणा ने बिना किसी कोचिंग के खुद से यूपीएससी की तैयारी की और सफलता हासिल की. वे कभी किसी कोचिंग सेंटर में पढ़ने नहीं गए और न कभी लाइब्रेरी जाकर पढ़ाई की. उन्होंने घर में रहकर ऑनलाइन पढ़ाई की और यूपीएससी में सेलेक्ट होकर कोटा का नाम रोशन किया. उन्होंने बताया कि वे घर पर रोजाना 5 से 6 घंटे पढ़ाई करते थे.

वीरेंद्र मीणा ने बताया कि साल 2020 और 2021 में मैंने कोचिंग में जॉब शुरू करना शुरू किया. यूपीएससी के नए छात्रों की मेंटरशिप और काउंसलिंग की. मेरे टेलीग्राम ग्रुप से भी यूपीएससी के नए छात्र जो आते थे उनकी मदद करता था.

तीन साल तक यूपीएससी मैं मेरा नहीं हो पाया, फिर भी मैं लगातार कोशिश करता रहा हार नहीं मानी और चौथे टेस्ट में मेरा सेलेक्शन यूपीएससी में हो गया. मैंने 883वी रैंक हासिल कर ली है पर मेरा सफर अभी नहीं रुकेगा. मैं जल्द ही आगे आने वाली यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करता रहूंगा और एग्जाम दूंगा और अच्छी रैंक लाने की कोशिश करूंगा.