मुजफ्फरनगर । जनपद में हिट एंड रन के नए प्रावधान के विरोध में एक और दो जनवरी को ड्यूटी पर नहीं पहुंचने वाले 152 चालकों व 130 परिचालकों पर परिवहन निगम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। हड़ताल में शामिल कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। उधर, हड़ताल खत्म होने के बाद भी परिवहन निगम की बसों का बुधवार को पूरी तरह संचालन नहीं हो सका है। लगभग एक दर्जन बसें अभी भी रोस्टर के फेर में फंसी हैं।
नए प्रावधान के विरोध में परिवहन निगम की बसों पर तैनात चालकों ने हड़ताल कर दी थी। अधिकारियों ने ड्यूटी पर पहुंचने के लिए मोबाइल पर सूचना दी, लेकिन चालक नहीं पहुंचे थे। एक व दो जनवरी को बसों का संचालन नियमित नहीं हो सका। अब हड़ताल समाप्त हो गई है, लेकिन अभी भी कुछ चालक ड्यूटी पर नहीं पहुंचे हैं। लंंबी दूरी वाली बसों के साथ ही अंतरजनपदीय मार्गों पर संचालित बसों के 152 चालक व 130 परिचालकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू की है। इन सभी कर्मचारियों की सूची बना ली है। सूची को आरएम सहारनपुर को भेजा जाएगा।
लगभग एक दर्जन बस माह के रोस्टर के फेर में फंस कर रह गई। यह बस वर्कशॉप में खड़ी रहीं। परिणाम स्वरूप में इन बसों का संचालन नहीं हो पाया है। केंद्र प्रभारी राज कुमार तोमर ने बताया कि ड्यूटी पर पहुंचने के लिए सूचना कराने के बाद भी लापरवाही बरतने वाले चालक व परिचालकों की सूची तैयार कर एआरएम को भेजी जा रही है।
कलक्ट्रेट सभागार में डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक की। वाहन चालकों की आशंकाओं का समाधान किया गया। डीएम ने ट्रांसपोर्टरों से आह्वान किया कि ट्रक-बस का संचालन सुचारू रूप से कराना सुनिश्चित करें। निराधार अफवाह पर ध्यान न दिया जाए। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सुनिश्चित रखा जाए। एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिले में डीजल, पेट्रोल एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पर्याप्त है। किसी वस्तु की कोई कमी नहीं है। अध्यक्ष सुबोध त्यागी, आसिफ राही, योगेंद्र मोहन तायल, सरदार सतपाल सिंह मान, पवन मित्तल, सरदार कश्मीरा सिंह, इमरान खान आदि मौजूद रहे।
भारती महिला एवं जनकल्याण समिति के सदस्यों ने तहसील पहुंचकर एसडीएम के नाम दिए ज्ञापन में जनहित में खतौली-मौचड़ी-फलावदा मार्ग पर बसे चलाए जाने की मांग की है। समिति के प्रदेश अध्यक्ष रियाजुद्दीन मलिक ने एसडीएम को मांगपत्र देते हुए बताया कि खतौली से अतरपुरा, शाहपुर, पिपलेहडा, फहीमपुर खुर्द, मोचड़ी, जसोला, चंदपुरी, चांदसमद, ककराला, नंगली, कढ़ली, मंदवाड़ी, फलावदा तक लगभग 25 किलोमीटर का मार्ग है।
इस मार्ग पर पिछले कई सालों से कोई यातायात सुविधा नहीं है। एक बार रोडवेज और प्राइवेट बस चलाई गई थीं, लेकिन उन्हें कई साल पहले बंद कर दिया गया था, जिस कारण ग्रामीणों, स्कूली बच्चों, मेहमानों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस दौरान महमूद शेख, ईरम नसी, जोहरा बेगम आदि शामिल रहे।
चालकों की हड़ताल खत्म होने के बाद व्यवस्थाएं पटरी पर लौटने लगी हैं। अधिकतर मार्गों पर बसों का संचालन शुरू हो गया है। सड़कों पर ट्रकों की संख्या भी बढ़ गई है। बृहस्पतिवार से व्यवस्थाओं के पटरी पर पूरी तरह लौटने की संभावना बन रही है।