नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के मुताबिक 6 मई से जेठ का महीना शुरू हो चुका है. सनातन धर्म में ज्‍येष्‍ठ माह को बहुत महत्‍वपूर्ण माना गया है. खासतौर पर ज्‍येष्‍ठ महीने के मंगलवार तो विशेष होते हैं इसलिए इन्‍हें बड़ा मंगलवार या बुढ़वा मंगल कहा जाता है. इस महीने में बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्‍व है, साथ ही भगवान विष्‍णु को भी ज्‍येष्‍ठ महीना बेहद प्रिय है. 4 जून 2023 तक ज्‍येष्‍ठ महीना चलेगा और इस दौरान कुछ काम करने से बचना चाहिए, वरना बहुत नुकसान झेलना पड़ता है.

– जेठ का महीना संकटमोचक हनुमान, श्रीहरि विष्‍णु के अलावा वरुण देवता की पूजा-आराधना करने का महीना है. इस महीने में सबसे ज्‍यादा तेज गर्मी पड़ती है. ज्‍येष्‍ठ महीने में सूर्य देव की भी आराधना करनी चाहिए.

– ज्‍येष्‍ठ माह में सुबह जल्‍दी उठकर उगते हुए सूर्य देव को अर्घ्‍य दें. इसके लिए तांबे के लोटे से जल चढ़ाते हुए ‘ऊँ सूर्याय नम:’ मंत्र का जाप करें. साथ ही ध्यान रहे कि जल चढ़ाते समय सूर्य को सीधे नहीं देखें बल्कि लोटे से गिरती जल की धार में से ही सूर्य देव के दर्शन करें.

– ज्‍येष्‍ठ माह में दोपहर के समय सोने से बचें. वरना ये गलती आपको बीमारी का शिकार बना सकती है. कई तरह की शारीरिक समस्‍याएं झेलनी पड़ सकती हैं.

– ज्‍येष्‍ठ महीने में गाय समेत पशु-पक्षियों के पीने के लिए पानी जरूर रखें. ऐसा करने से बहुत पुण्‍य मिलता है.

– वैसे तो कभी भी पानी की बर्बादी नहीं करनी चाहिए लेकिन ज्‍येष्‍ठ महीने में पानी की बर्बादी करना वरुण देव को नाराज कर देता है.

– ज्‍येष्‍ठ माह में गरीबों-जरूरतमंदों को दान करें. जेठ के महीने में पानी से भरे घड़े, सत्‍तू, रसदार फल जैसे तरबूज, सूती कपड़े, जूते-चप्‍पल का दान करना चाहिए. सार्वजनिक स्‍थानों पर प्‍याऊ की व्‍यवस्‍था करना बहुत लाभ देता है.

– ज्‍येष्‍ठ महीने के हर मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें. बजरंगबली को मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं.

– ज्‍येष्‍ठ महीने के किसी भी मंगलवार के दिन उधार धन का लेन-देन ना करें. यानी कि ना ही किसी को कर्ज दें, और ना ही किसी से कर्ज लें.