नई दिल्ली। कार्तिक माह के कृष्‍ण पक्ष की चतुर्थी के दिन करवा चौथ व्रत रखा जाता है. इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला रहकर अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. शाम को चौथ माता की पूजा करके और चंद्रमा को अर्ध्‍य देकर व्रत खोला जाता है. वहीं व्रत की शुरुआत करवा चौथ व्रत की सुबह तड़के सरगी खाकर की जाती है. इस व्रत के पहले और पारण के समय कुछ चीजें खाना वर्जित है.

करवा चौथ के व्रत की शुरुआत सास द्वारा दी गई सरगी खाकर की जाती है. महिलाएं करवा चौथ के दिन तड़के सुबह स्‍नान करके सरगी खाती हैं. सरगी खाने का समय सुबह के करीब 4 बजे सूर्योदय से पहले का होता है. सरगी में ड्राय फ्रूट्स, मौसमी फल, नारियल पानी, मिठाई, दूध, दही, पनीर, जैसी चीजें खाई जाती हैं. ये हल्की और एनर्जी से भरपूर होती हैं. सरगी में लहसुन-प्‍याज और तेल-मसाले वाली चीजें नहीं खाना चाहिए.

करवा चौथ व्रत का पारण चंद्रमा की पूजा करने और अर्ध्‍य देने के बाद किया जाता है. इस साल करवा चौथ की पूजा करने का शुभ मुहूर्त 13 अक्टूबर 2022 की शाम 06.01 से 07.15 तक है. वहीं करवा चौथ के दिन चंद्रोदय का समय रात 08.19 है. चंद्र को अर्ध्‍य देने के बाद महिलाएं पति के हाथ से पानी पीकर अपना व्रत खोलती हैं. इस दौरान ध्‍यान रखें कि पारण के बाद भोजन करते समय गलती से भी तामसिक भोजन न करें. यानी कि लहसुन-प्‍याज और नॉनवेज बिल्‍कुल न खाएं. ऐसा करने से व्रत का फल नहीं मिलता है और देवी-देवता नाराज होते हैं.