नई दिल्ली. नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र आज से समापन हो रहा है। आज के दिन मां दुर्गा के नवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा करने का विधान है। आज के दिन मां दुर्गा की पूजा करने के साथ-साथ कलश का विसर्जन किया जाता है। कलश विसर्जन के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। वैसे ही नवरात्र के नवमी तिथि के दिन कुछ कामों को करने की मनाही होती है। जानिए ऐसे कौन से काम है जो नवरात्र की नवमी तिथि के दिन नहीं करने चाहिए।

शास्त्रों के अनुसार, नवमी तिथि को खाली तिथि के रूप में माना जाता है। क्योंकि इस दिन मां दुर्गा की भी विदाई हो जाती है। इसलिए इस दिन कोई भी नया काम करने से बचना चाहिए।

नवरात्र की नवमी तिथि को मां दुर्गा और उनके स्वरूपों की पूजा की जाती है। इसलिए इस दिन भगवान शिव की विधि विधान से पूजा नहीं करनी चाहिए।

जिस तरह नवरात्र के दिनों में काले रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है। इसी तरह आखिरी दिन भी काले रंग के कपड़े न पहनें। इसके बदले नवमी तिथि को गुलाबी, बैंगनी या फिर जामुनी रंग के कपड़े पहन सकते हैं। यह सभी रंग मां सिद्धिदात्री के प्रिय है।

नवमी तिथि को देर तक सोना नहीं चाहिए। बल्कि जल्दी उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि करने के साथ मां दुर्गा की विधिवत पूजा करने के साथ दुर्गा चालीसा और मंत्र का जाप करना चाहिए।

महानवमी के दिन कलश विसर्जन करने के साथ हवन जरूर करना चाहिए। इसके बाद ही पूजा पूर्ण मानी जाती है।
नवरात्र की नवमी तिथि को लौकी का सेवन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन लौकी का सेवन करना यानी मांस का सेवन करने के बराबर है। इसलिए आज के दिन सिर्फ खीर, पूड़ी, चने आदि का सेवन करना चाहिए।