जिन हाथों से पिता ने दुलार किया, उन्हीं हाथों ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। इससे दोनों बच्चों को गहरा सदमा लगा है। जिला अस्पताल में भर्ती दोनों बच्चों से आग लगाने वाले का नाम पूछा तो आंखों से आंसू छलक आए।

दोनों कुछ बोल नहीं पा रहे हैं और केवल दर्द से कराहते हुए रो रहे हैं। उनकी मां वंदना का कहना है कि शराब के नशे में उसका पति रिश्ते भी भूल गया और बच्चों को ऐसा जख्म दे दिया, जो हमेशा दर्द देता रहेगा।

बिजनौर में कोतवाली शहर के गांव गोपालपुर भोजी निवासी अरुण कुमार के चार वर्षीय बेटे आरव के जन्मदिन का दिन ही ऐसा दिन बन गया, जिसे वह कभी याद नहीं करना चाहेगा।

जन्मदिन में हर तरफ खुशी का माहौल था और आरव भी जन्मदिन की खुशी में मग्न था। उसकी मां वंदना ने कहा कि अक्सर झगड़ा तो होता था, लेकिन कभी बच्चों को नुकसान पहुंचाने तक स्थिति नहीं पहुंची। इस बार जन्मदिन पर नशे ने अरुण को हैवान बना दिया और उसने सारा गुस्सा बच्चों पर उतार दिया। जिन हाथों से बच्चों को दुलार दिया, उन्हीं से ऐसा जख्म दिया, जो हमेशा दर्द देता रहेगा।

उधर, जिला अस्पताल में दोनों बच्चे अपनी मां वंदना के पास ही हैं और सहमे हुए हैं। उनसे जब आग से जलाने वाले का नाम पूछा गया तो केवल दोनों की आंखों से आंसू छलकने लगे। चिकित्सक भी जब उनसे बात कर रहे हैं तो वह सदमे में कुछ बोल नहीं पा रहे हैं।

सीएमएस डॉ. अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि दोनों बच्चों की हालत स्थिर है। दोनों बच्चों के चेहरे बुरी तरह झुलस गए हैं। उनका इलाज किया जा रहा है। फिलहाल बच्चे सदमे में लग रहे हैं।