सहारनपुर। नगर निगम में एक के बाद एक लगातार फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। दो दिन पहले नगर निगम के पांच कर्मियों समेत नौ लोगों पर एफआईआर हुई थी। अब शुक्रवार को भी ऐसा ही एक मामला कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ है। इसमें भी आरोप है कि फर्जी तरीके से नगर निगम के राजस्व अभिलेख में संपत्ति का स्वामित्व बदल दिया गया। आरोपियों में एक सेवानिवृत्त अधिकारी और एक दो वर्ष पहले स्थानांतरित हो चुके अधिकारी समेत चार लोग शामिल हैं, दो आरोपी बाहरी है।
माधोनगर निवासी सत्यपाल शर्मा पुत्र चरण सिंह शर्मा के भाई की मृत्यु 28 अप्रैल 2021 को हुई थी। वह नवाबगंज स्थित मकान नंबर 4/1424 में रहते थे, जो उन्होंने 24 जून 2010 को मूल मालिक शराफत से खरीदा था। आरोप है कि मृतक के नौकर ने अन्य लोगों के साथ मिलकर नगर निगम के राजस्व रिकॉर्ड में बिना किसी कानूनी स्वामित्व के बदल दिया। निगम के राजस्व रिकॉर्ड में स्वामित्व बदलने के लिए कोई ठोस दस्तावेज नहीं दिए गए। इससे साबित होता है कि नगर निगम के संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से स्वामित्व बदल दिया गया।
यह पता चलने के बाद सत्यपाल शर्मा ने पुलिस को तहरीर दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद सत्यपाल शर्मा को कोर्ट की शरण में जाना पड़ा। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आशुतोष तिवारी की कोर्ट ने पुलिस को मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश के बाद अब पुलिस ने धारा 218, 219, 420, 467 471 120बी में एफआईआर दर्ज कर की है। थाना कुतुबशेर प्रभारी सुनील नागर ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
-रविश चौधरी (सेवानिवृत्त मुख्य कर निर्धारण अधिकारी)
-दिनेश यादव (कर निर्धारण अधिकारी)
-विनय कुमार शर्मा, (स्थानांतरित कर अधीक्षक)
-तनवीर आफताब (कर संग्रहकर्ता)
-अरविंद कुमार निवासी मटिया महल निवासी
-नरेश कुमार शर्मा निवासी विवेक विहार निवासी