नई दिल्ली. आज की जीवनशैली में बालों का झड़ना आम बात हो गई है, पर जब यह समस्या दिनों दिन कम होने के बजाएं बढ़ने लगे तो सतर्क हो जाएं. क्योंकि बालों के झड़ने का मुख्य कारण कुंडली में बैठे ग्रह हैं. ज्योतिष के अनुसार राहु ग्रह का सीधा संबंध बालों से होता है और जब व्यक्ति की कुंडली में राहु कमजोर है तो ऐसे में बालों के झड़ने की समस्या अधिक हो जाती है. इस समस्या का सामना तब तक करना पड़ता है, जब तक कुंडली में राहु की दशा ठीक नहीं हो जाती. यदि व्यक्ति की कुंडली में राहु, धनु या वृश्चिक स्थान पर विराजमान होता है तो ऐसे में भी व्यक्ति को इन्हीं दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. आइए जानें किन कारणों से बाल झड़ते हैं.

जब व्यक्ति की कुंडली में राहु सूर्य के साथ मौजूद होता है तब बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं.
जब सूर्य नीच राशि में मौजूद होता है तब भी लोगों के बाल झड़ते हैं.
व्यक्ति की कुंडली में जब सूर्य छठे या आठवें भाव मे होता है, तब भी बाल झड़ने की समस्या शुरू हो जाती है.
अगर सूर्य पर राहु की दृष्टि होती है तो बाल झड़ने की समस्या अधिक बढ़ जाती है. जब कुंडली में शनि नीच राशि में हो या छठे, आठवें भाव में मौजूद होता है, तब भी व्यक्ति के बाल झड़ने लगते हैं.
बुध ग्रह के नीच राशि में या फिर छठे या आठवें भाव में होने पर व्यक्ति को बालों के झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है.
करें ये उपाय

इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए रोज तांबे के पात्र से सूर्य देव को जलअर्पित करें.
सूर्य को मजबूत बनाने के लिए अनामिका उंगली में तांबे का छल्ला धारण करें.
इससे सूर्य शुभ होता है.रोज़ाना पक्षियों को दाना डालें.
इससे राहु की स्थिति सुधरती है और बाल झड़ने कम होते हैं.
इस समस्या को दूर करने के लिए शनिवार को साबुत और उड़द दाल का दान करें.
आप शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल का दिया जलाएं.
इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए ॐ राम राहवे नमः मंत्र का जाप करें.