नई दिल्ली. घर में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य और समृद्धि की जिम्मेदारी गृहस्वामी की होती है. इसके लिए आवश्यक है कि वह अपने घर को वास्तु के अनुसार व्यवस्थित करें. जिससे घर से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती रहे, और सकारात्मक ऊर्जा का समावेश हो. कुछ विशेष परिस्थितियां ऐसी हैं, जिनकी वजह से अथक प्रयास करने के बावजूद भी घर से गरीबी नहीं जाती है. लोगों का स्वास्थ्य गिरता रहता है. अपने ही घर में अजनबी सा माहौल रहता है. लोगों को संतुष्टि नहीं प्राप्त होती है. वास्तु शास्त्र में सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक तमाम तरह के नियम बताए गए हैं. जिनका पालन करने पर लोगों में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है. धन और यश बढ़ता है. कारोबार में सफलता प्राप्त होती है. आइए जाने वे उपाय:-
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि सूर्यास्त के पश्चात कभी भी अपने घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए. झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. और ऐसी मान्यता है कि अगर आप शाम के समय झाड़ू लगाते हैं तो आपके घर से लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती हैं. और घर में दरिद्रता का वास होता है.
सूर्यास्त के पश्चात अगर कोई आपके दरवाजे पर कुछ मांगने आता है तो उसे खाली हाथ लौट आना उचित नहीं है. इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अगर कोई भिक्षु आपके दरवाजे पर शाम के वक्त आ रहा है. तो उसे कुछ न कुछ अवश्य दें.
सूर्यास्त के पश्चात तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए. क्योंकि तुलसी के पत्ते तोड़ने से धन हानि होती है. शाम के समय थकान दूर करने के लिए लोग चाय बनाते हैं, और उस चाय में तुलसी का पत्ता डालते हैं. ऐसा करने से बचें. तुलसी के नीचे घी का दीपक जलाया जाता है, जिससे घर में सुख समृद्धि आती है.
ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति सूर्यास्त के पश्चात तुरंत सो जाता है तो उसके घर से लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती हैं. इसलिए सूर्यास्त के समय सोना नहीं चाहिए.