नजीबाबाद। विभिन्न फाइनेंस कंपनियों से कर्ज लेने वाले युवक ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पत्नी ने पुलिस को संबंधित कंपनियों के खिलाफ तहरीर सौंपी है। इसमें फाइनेंस कंपनियों की ओर से कर्ज लौटाने का दबाव बनाने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
गांव खैरुल्लापुर उर्फ कछियाना निवासी 35 वर्षीय उमेश उर्फ बानू ने विषैला पदार्थ खाकर रविवार को आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया। मृतक उमेश की पत्नी मीना ने पुलिस को चार प्राइवेट कंपनियों के प्रतिनिधियों के खिलाफ तहरीर सौंपी है।
इसमें बताया कि उसके पति ने विभिन्न फाइनेंस कंपनियों से 40 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक का समूह लोन लिया था। कारोबार न चलने पर पति के कर्ज से डूबने पर तनाव होने की बात कही। आरोप है कि 20 जुलाई को कंपनी प्रतिनिधियों ने कर्ज जमा करने के लिए भारी दबाव बनाया।
यह भी आरोप लगाया कि कंपनी प्रतिनिधियों ने उससे कहा कि अगर तू मर जाएगा तो लोन माफ हो जाएंगे। इससे आहत होकर उसके पति ने विषैला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी ने आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दोषी कंपनी प्रतिनिधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।