बिहार। बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बार फिर से बीजेपी के साथ सरकार बनाने की अटकलें हैं। इन गहमागहमी के बीच शनिवार को आरजेडी ने विधायकों की बैठक बुलाई। इस बैठक में न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि उपमुख्यमंत्री और पार्टी नेता तेजस्वी यादव ने पार्टी नेताओं से कहा कि सीएम नीतीश कुमार आदरणीय थे और हैं।

कई चीजें नीतीश कुमार नियंत्रण में नहीं हैं। उन्होंने साफ कहा कि बिहार में अभी खेल होना बाकी है। तेजस्वी के इस बयान से साफ है कि इस बार आरजेडी इतनी जल्दी नीतीश कुमार को बीजेपी के साथ सरकार बनाने नहीं देगी। सूत्रों के अनुसार, आरजेडी ने जीतन राम मांझी से संपर्क किया है और उन्हें महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए कई ऑफर दिए हैं।

आरजेडी के विधायक दल की अहम बैठक में तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन में आरजेडी के सहयोगी दलों ने हमेशा मुख्यमंत्री का सम्मान किया है। मुख्यमंत्री मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे कि साल 2005 से पहले बिहार में क्या था? मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी अब, अधिक लोग हमारे साथ हैं। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने कम समय में कर दिखाया, चाहे वह नौकरी हो, जाति जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना आदि हो। बिहार में अभी खेल होना बाकी है। नीतीश कुमार के महागठबंधन से किनारा करने की आशंका के बीच शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास पर बैठक बुलाई गई थी।

कई घंटों तक चली अहम बैठक के बाद प्रवक्ता मनोज झा ने बताया कि यह मीटिंग बहुत पॉजिटिव रही। इसमें अलग-अलग पहलुओं पर बात की गई। समकालीन राजनीति, चाहे राष्ट्रीय हो या राज्य के मुद्दे हो सब पर चर्चा हुई। देश-दुनिया में जो तमाम विकल्प हैं, उसके लिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत किया गया। इस बैठक में लालू के अलावा, उनकी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बैठक में मौजूद थे।

वहीं, राज्य विधानमंडल के सदस्यों सहित वरिष्ठ नेता भी बैठक में शामिल थे। इस बीच, जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने आरजेडी पर हमला बोला है। नीरज कुमार ने कहा कि राजद नेतृत्व बेचैन है। इसका कारण साफ है। इनकी आदत में शुमार रहा है कि नौकरी के बदले जमीन लेने का। दो लाख 15 हजार शिक्षकों की बहाली नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुआ, उसमें न नौकरी देने में कुछ नहीं चल पाया। इसलिए स्वभाविक है कि अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। इस पर रोक लगानी चाहिए, वरना अंजाम ठीक नहीं होगा।

बिहार में चल रही सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार से बात करने की कोशिश की। हालांकि, नीतीश के व्यस्त होने की वजह से ऐसा नहीं हो सका। वहीं, नीतीश कुमार के अब बीजेपी के संपर्क में होने के कयासों की वजह से अब कांग्रेस आलाकमान बिहार में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के संपर्क में आ गया है। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने शनिवार को जीतनराम मांझी से फोन पर बात की है और उनसे इंडिया गठबंधन में आने के लिए कहा है।