धर्मशाला । इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट की यशस्वी जायसवाल पर बयानबाजी उन्हें ही भारी पड़ रही है। दरअसल, तीसरे टेस्ट के बाद डकेट ने यशस्वी की तारीफ तो की थी, लेकिन उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली को इंग्लैंड से मिली सीख बताया था। डकेट ने कहा था इंग्लैंड को आक्रामक क्रिकेट खेलते देख बाकी टीमें भी इसे अपना रही हैं। यशस्वी ने हमसे ही सीखा है। इसके बाद कई पूर्व क्रिकेटरों ने इस बयान के लिए डकेट की खिंचाई की थी।
अब पांचवें टेस्ट से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी डकेट को करारा जवाब दिया है। उन्हों डकेट को ऋषभ पंत की याद दिलाई है, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से कई मैच जिताएं हैं और पूरी दुनिया में धमाल मचाया है। बुधवार को मीडिया कॉन्फ्रेंस में सीधे सिक्सर लगाते हुए हिटमैन रोहित को इंग्लैंड की टीम खासकर बेन डकेट को यह सुझाव देने में कोई हिचक नहीं हुई कि उन्होंने शायद ऋषभ पंत को बल्लेबाजी करते हुए नहीं देखा है, इसलिए ऐसी टिप्पणी की गई।
रोहित ने डकेट के बयान के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने कहा, ‘हमारी टीम में एक खिलाड़ी हुआ करता था जिसका नाम ऋषभ पंत है। मुझे लगता है कि बेन डकेट ने उन्हें खेलते हुए नहीं देखा है।’ यशस्वी इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में भारत के शीर्ष स्कोरिंग बल्लेबाज के रूप में उभरे हैं। उन्होंने अब तक चार मैचों में 94.57 की औसत और 78.63 के स्ट्राइक-रेट से 655 रन बनाए हैं।
राजकोट में तीसरे टेस्ट के दौरान यशस्वी को बाउंड्री में डील करते हुए देखकर डकेट ने सुझाव दिया था कि इंग्लैंड टीम की ‘बैजबॉल’ शैली को यशस्वी की इस तरह की बल्लेबाजी के लिए श्रेय दिया जाना चाहिए। डकेट ने मैच के बाद मीडिया से कहा था, ‘जब आप विरोधी टीम के खिलाड़ियों को इस तरह खेलते हुए देखते हैं तो ऐसा लगता है कि हमें श्रेय लेना चाहिए कि वे अन्य लोगों की तुलना में अलग तरह से खेल रहे हैं। यह देखना काफी रोमांचक है कि अन्य खिलाड़ी और अन्य टीमें भी आक्रामक शैली की क्रिकेट खेल रही हैं। यशस्वी आने वाले समय के सुपरस्टार की तरह दिख रहे हैं। हालांकि, हमारे लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह इस समय बहुत अच्छे फॉर्म में हैं।’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने डकेट के इस बयान पर नाराजगी जाहिर की थी और उन्हें करारा जवाब दिया था। उन्होंने कहा था, ‘यशस्वी पर डकेट की टिप्पणी कि उन्होंने हमसे आक्रामक बल्लेबाजी सीखी है, मैं उस पर बात करने जा रहा हूं। उन्होंने आपसे नहीं सीखा है, उन्होंने अपनी परवरिश से सीखा है और बड़े होने के दौरान उन्हें जो भी कड़ी मेहनत करनी पड़ी, बल्लेबाजी उन्होंने आईपीएल से सीखी है। कुछ भी हो, उनका रवैया ऐसा है कि मैं उसे देखूंगा और उससे कुछ सीखूंगा।’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन भी डकेट के बयान से नाखुश दिखे। उन्होंने ‘द टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा- इंग्लैंड के खिलाड़ियों की बातों को सुनकर लगता है कि कुछ गलत हो ही नहीं रहा है। जेम्स एंडरसन कह रहे हैं कि विशाखापत्तनम में इंग्लिश टीम 600 रन भी चेज कर लेती। बेन डकेट कह रहे कि लक्ष्य जितना ज्यादा होगा उनकी टीम के लिए और बेहतर ही होगा।