धर्मशाला । इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हिटमैन ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने इस सीरीज के पांच मैचों की नौ पारियों में 400 रन बनाए। आखिरी टेस्ट की पहली पारी में रोहित ने दूसरे दिन शतक लगाया। इस सीरीज में भारतीय दिग्गज का उच्चतम स्कोर 131 रन रहा।
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज टीम इंडिया की जीत के साथ समाप्त हो गई। भारत ने इस सीरीज में इंग्लिश टीम को 4-1 से मात देकर बैजबॉल की धज्जियां उड़ा दीं। आखिरी मुकाबले में भारत ने पारी और 64 रन से इंग्लिश टीम को लगातार चौथी शिकस्त दी। इसके बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपने संन्यास पर बात की।
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में हिटमैन ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने इस सीरीज के पांच मैचों की नौ पारियों में 400 रन बनाए। आखिरी टेस्ट की पहली पारी में रोहित ने दूसरे दिन शतक लगाया। इस सीरीज में भारतीय दिग्गज का उच्चतम स्कोर 131 रन रहा।
मैच के बाद 36 वर्षीय बल्लेबाज ने अपने संन्यास को लेकर बात की। उन्होंने कहा, “एक दिन मैं उठूंगा और महसूस करूंगा कि अब मैं ज्यादा अच्छा नहीं हूं तो क्रिकेट से सीधे दूर हो जाउंगा और संन्यास ले लूंगा, लेकिन पिछले 2-3 साल से मैं अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ खेल रहा हूं।” इससे साफ है कि अभी उनका संन्यास का कोई इरादा नहीं है।
रोहित शर्मा के नेतृ्त्व में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को करारी शिकस्त दी। भारतीय टीम के मौजूदा मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कप्तान की तारीफ की। हिटमैन को जीत का श्रेय देते हुए कप्तान ने कहा, इसका श्रेय पूरी तरह रोहित को जाता है जिन्होंने पहले टेस्ट में मिली हार के बाद ड्रेसिंग रूम के माहौल को पूरी तरह से शांत रखा।
सीरीज जीतने के बाद पूर्व कप्तान ने रोहित की बल्लेबाजी पर भी बात की। उन्होंने आगे कहा, रोहित को बल्लेबाजी करते हुए देखना सुखद है। मैंने उन्हें मध्यक्रम से लेकर बतौर ओपनर भी बल्लेबाजी करते हुए देखा है और उनकी यात्रा काफी शानदार रही है।