धर्मशाला। शिवरामकृष्णन इससे पहले भी कई बार अश्विन की आलोचना कर चुके हैं। यहां तक कि वह अश्विन को स्वार्थी तक भी बोल चुके हैं। हालांकि, अश्विन ने कभी इनका जवाब नहीं दिया।

अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने 100वें टेस्ट की दहलीज पर हैं। धर्मशाला में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट में उतरते ही अश्विन इस मुकाम को हासिल कर लेंगे। अश्विन को यह उपलब्धि हासिल करता देख पूरा क्रिकेट जगत उनकी वाहवाही कर रहा है। हालांकि, पूर्व भारतीय स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन इस अनुभवी स्पिनर के बर्ताव से खुश नहीं हैं। शिवरामकृष्णन ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर पोस्ट कर दावा किया है कि अश्विन ने उनके कॉल काट दिए और 100वें टेस्ट की उपलब्धि को लेकर उनके बधाई संदेशों का जवाब भी नहीं दिया।

उन्होंने लिखा, ‘मैंने उन्हें 100वें टेस्ट के लिए बधाई देने के लिए अश्विन को कई बार फोन करने की कोशिश की। वह बस मेरा फोन काट रहे हैं। उन्हें एक संदेश भी भेजा, कोई जवाब नहीं मिला। यही सम्मान हम पूर्व क्रिकेटरों को मिलता है।’ इसको लेकर जब एक फैन ने शिवरामकृष्णन की खिंचाई करने की कोशिश की तो वह भड़क गए और उन्होंने फिर से पोस्ट किया और लिखा- यह एक तकनीकी अवलोकन है न कि आलोचना, अनादर। यह अच्छे इरादे से था। आप लोग सुझाव देने को अपमान या अपराध समझते हैं। भगवान बचाए आपको। मैं 43 साल के क्रिकेट अनुभव से जुड़ा हूं। इसलिए मुझे खेल का कुछ ज्ञान है।

शिवरामकृष्णन इससे पहले भी कई बार अश्विन की आलोचना कर चुके हैं। यहां तक कि वह अश्विन को स्वार्थी तक भी बोल चुके हैं। हालांकि, अश्विन ने कभी इनका जवाब नहीं दिया। भारत और इंग्लैंड गुरुवार से धर्मशाला में सीरीज के पांचवें और अंतिम टेस्ट में आमने-सामने होंगे। यह अश्विन का 100वां टेस्ट होगा। अश्विन ने अब तक 99 टेस्ट मैचों में 23.91 की औसत से 507 विकेट चटकाए हैं जिसमें से 35 विकेट पांच विकेट हॉल शामिल हैं। 59 रन देकर सात विकेट उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है।

अश्विन की बल्लेबाजी भी शानदार रही है। वह 140 पारियों में 26.14 की औसत से 3,309 रन बना चुके हैं। इनमें पांच शतक और 14 अर्द्धशतक शामिल हैं। वह मौजूदा समय में टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल ऑलराउंडरों में से एक हैं। भारत फिलहाल पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड पर 3-1 की अजेय बढ़त बना चुका है। टीम इंडिया के पास पिछले 112 वर्षों में ऐसी पहली टीम बनने का मौका है जिसने पहला टेस्ट गंवाने के बाद सीरीज के बाकी बचे चार टेस्ट जीते।

इंग्लैंड ने हैदराबाद में पहला टेस्ट 28 रन से जीता था। इसके बाद भारत ने जबरदस्त वापसी करते हुए विशाखापत्तनम में दूसरा टेस्ट 106 रन से, राजकोट में तीसरा टेस्ट 434 रन से और फिर रांची में चौथा टेस्ट पांच विकेट से अपने नाम किया। भारत ने घरेलू जमीन पर लगातार 17वीं टेस्ट सीरीज जीती, जो कि एक रिकॉर्ड है। जीत का यह सिलसिला 22 फरवरी 2013 से अब तक जारी है। भारत ने सातवीं बार टेस्ट में सीरीज में 0-1 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए सीरीज अपने नाम की है। कप्तान स्टोक्स और कैच ब्रैंडन मैकुलम के साथ आने के बाद इंग्लैंड की यह पहली टेस्ट सीरीज हार है।