नई दिल्ली. हिंदू पंचांग के अनुसार सावन मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है. एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन श्रीहरि की पूजा और व्रत रखने से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं. इस बार 24 जुलाई 2022 रविवार को कामिका एकादशी पड़ रही है. मान्यता है कि कामिका एकादशी की कथा मात्र सुनने से जीवन के पाप कर्मों से मुक्ति मिल जाती है और व्यक्ति मोक्ष प्राप्त करता है. आइए जानते हैं कामिका एकादशी की तिथि और कथा.

युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण से इस श्रवण किया था. एक गांव में एक बलशाली व्यक्ति और एक ब्राह्मण रहते थे. दोनों एक दूसरे से घृणा करते थे. एक दिन दोनों में झगड़ा हो गया, विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में बलशाली व्यक्ति ने ब्राह्मण की हत्या कर दी. ब्रह्म हत्या का दोषी होने की वजह से उसको समाज से निष्कासित कर दिया गया. अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए वो एक ऋषि के पास पहुंचा.

ऋषि से उसने पूछा कि ब्राह्मण की हत्या के दोष से मुक्ति कैसे मिलेगी. इसके लिए कोई उपाय बताएं. मुझे क्या करना पड़ेगा. ऋषि बोले तुम्हें इस पाप से मुक्त होने के लिए कामिका एकादशी व्रत रखना चाहिए. कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु की आराधना करो. बलशाली व्यक्ति ने ऐसा ही किया. भगवान विष्णु के आशीर्वाद से वो दोष मुक्त हो गया.