मथुरा: मथुरा से हैरान करने वाली एक खबर सामने आई है. यहां प्राचीन राधारमण मंदिर की सीढ़ी के नीचे भगवान शिव की मूर्ति दबे होने के सपने को सही मानकर गांव वालों ने रास्ते की खुदाई कर डाली. यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है. मौके पर सैकड़ों ग्रामीणों का हुजूम लग गया. वहीं देर शाम मूर्ति न मिलने पर गड्ढे को बंद कर दिया गया.
क्या है मामला?
मामला बरसाना से चार किलोमीटर दूर स्थित संकेत गांव का है. 12 साल पहले भर्ती पंडित की लड़की मंजू की शादी कल्याणपुर गांव में हुई थी. मंजू का दावा है कि रोजाना उसके सपने में भगवान शिव आते हैं और उससे कहते हैं कि गांव के राधारमण मंदिर की पहली सीढ़ी के नीचे जमीन में दबा हुआ हूं. मुझे खुदाई कर यहां से निकालो.
माता-पिता को बताई सारी कहानी
मंजू ने लोक-लज्जा के कारण इस सपने के बारे में पहले किसी को नहीं बताया, लेकिन जब उसे रोजाना शंकर जी सपने में आकर कहने लगे, तो वह बीते मंगलवार को अपनी ससुराल से संकेत गांव अपने मायके आ गई. इसके बाद सारी बात अपने माता-पिता को बताई. पिता भर्ती ने गांव प्रधान जयपाल व ग्रामीण बुद्धा पहलवान, यादराम, राधाकिशन,शंकर, मोहनश्याम, नर्सिपाल निरतो, कन्हैया, किसनु, हेतराम आदि को सपने वाली बात बताई, तो ग्रामीणों ने मजदूर लगाकर मंदिर की सीढ़ियों के नीचे रास्ते को खोदना शुरू कर दिया.
नहीं निकली कोई मूर्ति
मंदिर के रास्ते की खुदाई और शंकर जी मूर्ति दबे होने बात गांव में आग की तरह फैल गई. इसके बाद महिला, बच्चे, पुरुष सभी मंदिर की तरफ दौड़ पड़े. देखते ही देखते तमाशबीनों की भीड़ इकट्ठा हो गई. शाम तक चार से पांच फीट की खुदाई हो जाने के बाद भी कोई मूर्ति नहीं निकली. वहीं, जब देर शाम तक भी मूर्ति नहीं निकली, तो गांव वालों ने खोदे गए गड्ढे को मिट्टी डाल कर बंद कर दिया.