लखनऊ। पिता बदर के साथ मिलकर अरशद ने ऐसी साजिश रची कि चार बहनों और मां को इसकी भनक नहीं लगी। किसी को शक न हो, इसके लिए 31 दिसंबर को उन्हें चारबाग में खम्मन पीर मजार लेकर गए। बदर के साथ बहनों और मां को खड़ा करके अरशद ने उनकी तस्वीरें खींची। परिवार ने चादर भी चढ़ाई थी। इसके बाद थोड़ी देर तक इधर-उधर घूमते रहे और फिर होटल चले गए थे।
पुलिस को होटल के कमरे और चारबाग स्टेशन के पास बदर और उसके परिजन सीसीटीवी कैमरे में कैद दिखे हैं। पुलिस ने होटल शरणजीत की सभी फुटेज कब्जे में ले ली हैं। आरोपी होटल में कब-कब आए और निकले, इसका ब्योरा तैयार किया गया है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आरोपियों को लखनऊ के प्रमुख स्थलों की जानकारी किसने दी। आरोपियों के लखनऊ कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है।
नाका पुलिस और मध्य जोन की सर्विलांस टीम ने बदर की तलाश में बुधवार से बृहस्पतिवार रात तक करीब 100 से ज्यादा कैमरे खंगाले हैं। पुलिस बदर के लोको चौकी से निकलने का रूट पता लगा रही है। आरोपी चारबाग रेलवे स्टेशन के भीतर प्रवेश करते नहीं दिखा है। स्टेशन रोड पर सीसीटीवी कैमरे की कमी के कारण भी पुलिस को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ये है मामला: आगरा निवासी अरशद अपने पिता मां और चार बहनों के साथ 30 दिसंबर को लखनऊ आया था। सभी चारबाग स्थित होटल में ठहरे थे। 31 दिसंबर की रात में पिता के साथ मिलकर अरशद ने चार बहनों और मां की हत्या कर दी थी। आरोपी ने हत्या के बाद वीडियो भी बनाया था और बस्ती के लोगों पर परेशान करने समेत कई आरोप लगाए थे।
उधर, आगरा में नीय लोगों को जानकारी होते ही हत्यारोपी के घर के बाहर आसपास के लोगों को जमावड़ा लग गया। पड़ोसियों का कहना था कि जमीन के लिए तो नहीं अरशद ने अपनी बहनों और मां की हत्या कर दी। सामूहिक हत्याकांड के आरोपी अरशद पिता से एक साल पहले जमीन खरीदने वाले अलीम की पत्नी शायरा बानो ने बताया कि रुपये मिलने के बाद ही बदरूद्दीन उर्फ बदर ने घर की वसीयत बेटियों के नाम कर दी थी।
इस बात की जानकारी अरशद को हुई तो उसने अपने पिता को ही छत से उल्टा लटका दिया था। उसको जमकर पीटा था। तब किसी तरह पड़ोसियों ने ही पिता को बचाया था। तब से अरशद का जुल्म बहनों और मां पर ज्यादा बढ़ गया था।
फातिमा ने बताया कि बदरूद्दीन के घर में पहले एक ही कमरा बना हुआ था। एक साल पहले ही जमीन बेचने के बाद उसने मकान बनवाया था। तभी बेटियों के नाम वसीयत कर दी थी। जब अरशद को इसकी जानकारी हुई तो वह बौखला गया। उसने घर को ही कैदखाना बना दिया। पिता के साथ भी कई बार मारपीट की थी। अरशद से घर में सभी डरते थे। वह किसी को बोलने तक नहीं देता था। उन्हें आशंका है कि वसीयत के चक्कर में बहनों के साथ मां की भी हत्या कर दी।
बहनों और मां की हत्या के आरोपी अरशद ने पड़ोसियों पर जमीन कब्जाने के साथ अन्य आरोप लगाए हैं। पुलिस ने बुधवार को पूछताछ करने के लिए अलीम व अन्य लोगों को हिरासत में लिया। इसके बाद बृहस्पतिवार दोपहर तक वह घर नहीं पहुंचे। उनके घर वाले परेशान है। किसी के घर खाना नहीं बना तो किसी के परिजन डर से घर छोड़कर रिश्तेदारों के चले गए।
अलीम की पत्नी शायरा बानो ने बताया कि पुलिस बुधवार को उनके पति को पूछताछ करने के लिए लेकर घर से गई थी। शाम को थोड़ी देर के लिए आए थे। रात भर उनके दोनों बच्चे पिता की याद करते रहे न किसी ने खाना खाया न सोए। सुबह पड़ोस के लोगों से खाने के लिए नाश्ता लाकर दिया। बच्चों और पत्नी को अनहोनी की चिंता सताए जा रही है। वहीं आरोपी अरशद के पड़ोसी आफताब को भी पुलिस पूछताछ के लिए लेकर गई थी। इससे उनका परिवार में दहशत में आ गया। डर की वजह से रिश्तदारों के घर चले गए। दो दिन से दुकान भी बंद है।