बिजनाैर। उत्तर प्रदेश के बिजनाैर में धामपुर चीनी मिल यार्ड परिसर से बुधवार को एक नवजात बच्ची रोती- चिल्लाती मिली। लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मोके पर जाकर बच्ची को कब्जे में लेकर उसे सीएचसी में उपचार को भर्ती कराया। बच्ची के होट कटे है और नाक न के बराबर है। डाक्टरों ने परीक्षण के बाद बच्ची को बिजनौर जिला अस्पताल रेफर किया है।

धामपुर चीनी मिल के डा. पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि चीनी के केन यार्ड में एक नवजात बच्ची रो रही है।देखने में ऐसा लगा रहा है कि जैसे उसे कोई दिन में ही वहां पर कपड़े में लपेट कर छोड़ गया हो। मौके पर जाकर देखा तो मामला सही पाया गया। मिल के अधिकारियों ने घटना की सूचना पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी।

मौके पर पहुंची महिला इंस्पेक्टर रीता कुमारी ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच रोती-बिलखती कपड़े में लिपटी बच्ची को गोद में उठा लिया। बाद में पुलिस ने बच्ची को सीएचसी में भर्ती कराया। डाक्टर जौनी सिंह ने बताया कि बच्ची स्वस्थ है। उसके मुंह पर होंठ नहीं है और चेहरे पर नाक भी न के बराबर है। अनुमान है कि कोई बच्ची के चेहरे को देख उसे कपड़े में लपेट कर फेंक गया ।

चिकित्सकों के अनुसार परीक्षण के दौरान लग रहा है कि बच्ची का जन्म मंगलवार देर रात हुआ होगा। बताया गया कि कन्या पूर्ण अवधि के बाद ही जन्मी है। डाक्टरों ने बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर किया है। उनका कहना है कि हो सकता है कि दंपती ने बच्ची के विचित्र होने के कारण से भी उसे यहां छोड़ा हो।

अस्पताल में मौजूद लोगों का कहना है कि यह हमारे समाज का दुर्भाग्य है। किसी को बच्चे पैदा नहीं होते हैं और कोई बच्चा पैदा होने के बाद झाड़ियों में फेंक देता है। जागरुकता के बाद भी अंधविश्वास जारी है। आज भी समाज के कुछ परिवारों में बालिकाओं को बोझ समझा जाता है, जबकि अब ऐसा नहीं है। बालिकाएं भी बालकों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर देश की तरक्की में योगदान देने में पीछे नहीं हैं।