नई दिल्ली. चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल से शुरू होने वाली है और देशभर में देवी मां की भक्त घटस्थापना की तैयारियों में जुट गए हैं। नवरात्रि के नौ दिन वास्तु के साथ-साथ मां दुर्गा के व्रत-पूजा की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। यदि आप भी चैत्र नवरात्रि के दौरान घटस्थापना कर रहे हैं तो कुछ वास्तु उपायों का ध्यान जरूर दें। गौरतलब है कि चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से शुरू होगी, जो 11 अप्रैल 2022 तक चलेगी।

चैत्र नवरात्रि में करें ये वास्तु उपाय

– चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है। इस दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कलश की स्थापना ईशान कोण में करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र में ईशान कोण को सबसे शुभ और पूजा के लिए उत्तम माना गया है। ऐसा करने से परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
– नवरात्रि में मां दुर्गा की अखंड ज्योति को आग्नेय दिशा यानी दक्षिण-पूर्व कोण की दिशा में रखें। वास्तु के मुताबिक ऐसा करने से घर के दोष दूर हो जाते हैं। परिवार के किसी भी सदस्य का रोग दूर होता हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
– चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान रोज मुख्य द्वार पर अंदर की ओर आने वाली देवी लक्ष्मी के पैर बनाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा से ऐश्वर्य और वैभव की वृद्धि होती है।
– नवरात्रि के दौरान व्यापारियों को अपने कार्यालय दुकान के मुख्य द्वार पर एक बर्तन में पानी भरकर पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। लाल और पीले फूल भी जल में डालें। व्यापार में उन्नति होती है।
– घर में ही कन्या पूजन करें और कन्याओं को सम्मान से भोजन कराएं और उनकी क्षमता के अनुसार दक्षिणा दें। ऐसा करने से घर से वास्तु दोष दूर होता है।