नई दिल्ली। पितृपक्ष की शुरुआत 17 सितंबर से हो रही है और 18 सितंबर को पितृपक्ष का पहला श्राद्ध है. पितृपक्ष का समापन 2 अक्टूबर को होगा.
18 सितंबर को पहले श्राद्ध पर चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है. जबकि 2 अक्टूबर को आखिरी श्राद्ध पर सूर्य ग्रहण लगेगा. यानी पितृपक्ष पर 2 ग्रहण का साया रहेगा.
ज्योतिषविदों की मानें तो पितृपक्ष पर सूर्य और चंद्र ग्रहण का संयोग 3 राशियों के लिए अत्यंत अशुभ है. इन राशियों को पितृपक्ष की अवधि में बहुत सावधान रहना होगा.
कर्क- नौकरी-व्यापार में नुकसान झेलने पड़ सकते हैं. रिश्तों में तनाव या मनमुटाव बढ़ सकता है. व्यवहार में चिड़चिड़ापन आने से समस्याएं बढ़ेंगी.
आर्थिक मोर्चे पर नुकसान झेलने पड़ सकते हैं. कर्जों से परेशान हो सकते हैं. चोट-दुर्घटनाओं से सावधान रहना होगा. पुराने रोग उभर सकते हैं.
तुला- नौकरी-व्यापार में अड़चनें आ सकती हैं. नई नौकरी तलाशने का दबाव बन सकता है. दांपत्य जीवन भी प्रभावित हो सकता है. संतान पक्ष से परेशान रह सकते हैं.
मकर- पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद हो सकता है. उधार या कर्ज रुपया देने से बचें. पैसा फंसने की प्रबल संभावनाएं बन रही हैं. स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है.
बेवजह का मानसिक तनाव या चिंता आपको घेर सकती है. कार्यस्थल पर छवि खराब होने का डर सताएगा. घर के बुजुर्गों से मनमुटाव हो सकता है.